शुभम पटेल ब्यूरो चीफ सीतापुर:सांडा (सीतापुर )विकास खंड मुख्यालय सकरन से सटी ग्राम पंचायत सकरन खुर्द की गौशाला में मौजूद गायों का बुरा हाल है भूख प्यास से आये दिन गौशाला में गाये मर रही है जिनके मृत शरीर को कौए व अन्य जंगली जानवर नोच नोच कर खा रहे है गौशाला में मौजूद गायों को ग्राम प्रधान प्यारेलाल व ग्राम बिकास अधिकारी सोनम श्रीवास्तव द्वारा न तो अच्छा चारा दिया जाता है और न ही समय से पानी जिसके चलते भूख व प्यास से आये दिन गौवंश इस गौशाला में मरते रहते है ।
चारे के नाम पर कुछ सडा हुआ भूसा डाल दिया जाता है जिससे इतनी दुर्गन्ध आती है जानवर उसे खाना तो दूर उसे सूंघते तक नही है ब्लाक मुख्यालय से चन्द कदम की दूरी पर गौशाला में मर रहे जानवरों का हाल जानने के लिये कोई भी अधिकारी कर्मचारी मौके पर जाना गंवारा नही समझता है ।
विकासखंड सकरन के ग्राम पंचायत सकरन खुर्द में जब अस्थाई गांव साले की जांच की गई तो कुछ कैमरे में इस तरह की तस्वीरें कैद हुई इसमें कोई भी आदमी देख कर दंग रह जाएगा एक गाय 2 दिन से पानी में गिर गई थी इसे आज तक बाहर नहीं निकाला गया जानवरों के पीने का पानी भी प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी के द्वारा नहीं भर आया गया कुछ गाय तो मृत अवस्था में मिली तो कुछ गायों को कौवे नोच नोच कर खाते हुए दिखे ऐसा ही मामला विकासखंड
सकरन की ग्राम पंचायत कम्हरिया खुनखुन में अस्थाई गौशाला की पड़ताल की गई तो उसमें 55 गोवंश मिले जानवरों के खाने के लिए भूसा तो पर्याप्त मात्रा में है लेकिन उनके पीने के लिए पानी की व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है वहां पर गौशाला की देखरेख कर रहे मजदूर से बात की गई तो उसने बताया कि वह हैंड पंप की मदद से लगभग चार-पांच घंटे में जानवरों को पानी पिला पाता है प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी से कई बार कहा गया है लेकिन अभी इस गौशाला पर पंपिंग सेट की व्यवस्था नहीं की गई है इस तरह की भीषण गर्मी की वजह से गोवंश भूख से नहीं तो प्यास से जरूर अपना दम तोड़ देंगे आखिर जिम्मेदार कब ध्यान देंगे इस संबंध में खंड विकास अधिकारी सकरन आत्म प्रकाश रस्तोगी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो फोन नहीं उठा !
शुभम पटेल ब्यूरो चीफ सीतापुर