रिपोर्ट:रोहित सेठ
वाराणसी।आज दिनांक 12 मार्च 2024 को वर्तमान परिवेश में सांस्कृतिक आर्थिक विकास के महत्व पर हरिशचंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें अतिथि प्रवक्ता प्रोफेसर विनोद कुमार श्रीवास्तव जनरल सेक्रेटरी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड इकोनामिक एसोसिएशन एवं पूर्व विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद ने अपने विचार रखें। प्रोफेसर श्रीवास्तव ने बताया कि मंदिर निर्माण से प्रभु श्री राम के अर्थशास्त्र और बनारस में काशी विश्वनाथ के कॉरिडोर के निर्माण से अर्थशास्त्र को समावेशी विकास से जोड़ना अति प्रासंगिक होगा। जब से प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई और बनारस में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का विकास हुआ तब से इन दोनों स्थानों पर पर्यटन का विकास हुआ रोजगार के अवसरों की संभावनाएं स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही है।
उन्होंने कहा कि दोनों स्थानों पर सांस्कृतिक विकास होने से रोजगार बढा है वहां के आसपास के क्षेत्र को एक रोजगार का अवसर मिला । उनका कहना था कि अब रोजगार को प्राप्त करने के लिए हमें आत्मनिर्भर होना पड़ेगा और रोजगार के माध्यम से ही हम आत्मनिर्भर बनेंगे और सांस्कृतिक आर्थिक विकास से ही देश का समावेशी विकास संभव होगा।
अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जगदीश सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए यह बताया कि हमारे देश में सांस्कृतिक विकास की अहम भूमिका रही है और इससे देश के लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है आत्मनिर्भर भारत का निर्माण एवं समावेशी विकास की संभावना इससे संभव हो रही है अर्थात सरकार का जो प्रयास एक जिला एक उत्पाद का है वह भी साकार हो रहा है । हम लघु एवं कुटीर उद्योग के विकास से ही देश से बेरोजगारी को दूर कर सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी प्राचार्य एवं इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ वर्मा ने कहा कि हमारा देश सदियों से सांस्कृतिक विरासत वाला रहा है बिना इसकी समृद्धि के हम आत्मनिर्भर भारत की कल्पना नहीं कर सकते।
कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर श्री करूणेश ओझा ने किया ।कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के चीफ प्राक्टर प्रोफेसर अशोक सिंह , प्रोफेसर गजेंद्र दास , श्री अजय कुमार गौतम तथा अर्थशास्त्र विभाग के छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।