प्रयागराज : यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पूरी होने के बाद उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी शुरू हो गई है। 16 मार्च से शुरू हो रहे मूल्यांकन के लिए सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने उप प्रधान परीक्षकों और परीक्षकों को निर्देश भेजे हैं। हिदायत दी है कि मूल्यांकन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सामान्य रूप से हाईस्कूल के परीक्षक एक दिन में अधिकतम 50 तथा इंटरमीडिएट के परीक्षक एक दिन में अधिकतम 45 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे।
प्रश्नोत्तरों का मूल्यांकन स्टेप मार्किंग प्रक्रिया के अनुसार किया जाए। उदाहरण के लिए यदि किसी प्रश्न को सही हल करने पर क्रमश 1+1+1=3 अंक निर्धारित है और परीक्षार्थियों ने यदि इनमें से प्रथम दो अंश सही लिखा तथा एक अंश गलत लिखा है तो उसे 2 = 1 + 1 अंक प्रदान किए जाएं न कि तीसरा अंश गलत लिखने पर उसे इस प्रश्न में शून्य अंक दे दिया जाए। हल सही होने परन्तु मात्रक (यूनिट) न लिखने या अशुद्ध लिखने पर आंशिक अंक काटे जाएं।
विज्ञान, गणित अथवा अन्य तकनीकी विषयों में परीक्षार्थी ने यदि किसी प्रश्न को हल करने में उसके स्टेप्स को सही लिखा है परन्तु त्रुटिवश उसने उत्तर गलत लिख दिया है तो उसे शून्य अंक न देकर उत्तर के अनुरूप अपेक्षित अंक दिए जाएं। ड्टस्वच्छ एवं सुन्दर हस्तलेख पर एक अंक प्रदान किया जाए किन्तु यह ध्यान रखा जाए कि परीक्षार्थी का कुल प्राप्तांक, प्रश्नपत्र के पूर्णांक से अधिक न होने पाए।