घर पर बच्चों को निशुल्क शिक्षा देती थी पूर्णिमा चटर्जी।
रोहित सेठ
सेवा भाव में समर्पित थी पूर्णिमा चटर्जी।
वाराणसी बिजली विभाग में कार्यरत दशाश्वमेध क्षेत्र में लोगों के लोकप्रिय तपन चटर्जी दादा TG-2दशाश्वमेघ वाराणसी की पत्नी समाजसेवी पूर्णिमा चटर्जी का निधन न सिर्फ मोहल्ले में बल्कि गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा देती थी।
गरीबों की सहायता करने वाली पूर्णिमा चटर्जी का निधन वाराणसी स्थित लंका में हेरिटेज हॉस्पिटल में हो गया उनकी तबीयत अचानक खराब होने के कारण हेरिटेज हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार किया गया मुखाग्नि उनके पुत्र मनोज चटर्जी ने दी। उनके शोक-संतप्त पति पुत्र पुत्रवधू पौत्री है। 55 वर्षीय पूर्णिमा चटर्जी कई संस्थानों से जुड़ी हुई थी। वह गरीब महिलाओं व बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के साथ सभी के दुख सुख में हमेशा खड़ी रहती थी। दशाश्वमेध व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश तुलस्यान संरक्षक नारायण खेमका अशोक जायसवाल महामंत्री दीपक वासवानी विनय यादव मन्नू जेसवानी जय किशन खत्री प्रेम पेशवानी महेश पोद्दार सुशील मोहनानी अनिल सेठ अन्नू आशीष पोद्दार भगवान दास जा जानी राजू आर्य श्याम साहू ने शोक व्यक्त किया।