डॉ कमला माहेश्वरी कमल
स्वरचित – सर्वाधिकार, सुरक्षित, पूर्णतया मौलिक
पत्रकारिता दिवस पर लिखित 30/05/2024 ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
बदायूं/उत्तर प्रदेश :
पत्रकारिता खम्भ है, चौथा इस जनतन्त्र ।
दशा दिशा बतलाय सब,देता नित नव मंत्र ।।
पत्रकार है सजग जन, दृष्टि रखे चहुँ ओर ।
करके शुभता आकलन,छोड़े कसर न कोर।।
सजग दृष्टि आधार है , पत्रकारिता कार्य ।
शोधित पूर्णतया करें ,तथ्य तभी स्वीकार्य ।।
धारे पैनी दृष्टि को ,नाक – कान सब खोल ।
भाषाई अधिकार हो,तब सकता वो बोल।।
जान हथेली ले फिरे ,भूख प्यास सब त्याग ।
सच्चाई को खोजता, फिरता ले अनुराग।।
ग़म हो या फिर हो खुशी,सम दृष्टि से आंँक ।
सेंध लगा कर सूँघ ले , दे शब्दों में टाँक ।।
आतुर रहता न्यूज हित,चौतरफा दे ध्यान ।
सबसे पहले छापता ,वो नैतिक अभियान ।।
विषय दर विषय ज्ञान रख,ताजी खबरें तोल ।
छान – बीन कर दे जगह,पत्र – पत्रिका बोल ।।
जोड़ कड़ी से है कड़ी , बैठा कर तादात्म्य।
सही गलत सब दे गिना , जन चाहे हो आत्म्य।।
है समाज की आँख ये , रीति – नीति अध्याय । भू,जल,अनल,अनिल,गगन,सब इसके हैं दाय ।।
पंच भूत जो तत्व है , ज्ञान – ध्यान के साथ ।
अथ से इति तक दे तभी,तत्सम्बन्धित गाथ ।।
पत्रकारिता पीत ने , कीने कुछ अन्याय ।
भूल हुई तज दो उसे, जुड़ें न अरु अध्याय ।।
पद है ये अति महत का, आदरेय समुदाय ।
नजरों से यदि गिर गये, कैसे हो तब न्याय ।।
इसके बोलो मैं सजे , वाणी अरु साहित्य ।
पढ़ने में नीका लगे, इसका ये लालित्य ।।
अपनी हर इक खबर में, रखता वो वैविध्य ।
भोर काल सम शाख हर , चहचहात सानिध्य ।।
कर ख़बरों का संकलन, छान बीन दे छाप ।
थोड़ा सा मौलिक बना, हरे जगत सन्ताप ।।
जनता और समाज में, रहते बिन्दु अनेक ।
पत्रकारिता सूचना से , जन बढ़त विवेक ।।
पत्रकारिता से मिले , सुखद शुभद आनन्द ।।
प्रात काल ले हाथ में ,पढ़ें खबर सब छन्द ।।
सरोकार हर जोड़ता है , करे समीक्षा आय ।
विश्लेषक की भाँति ही , बात करे समझाय ।।
“””””””
✒️ Alok Malpani Editor in chief MD News Bareilly Zone