स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरीफल सिंह की पुण्य तिथि आज़ 16 जून को मनाई गई।
रोहित सेठ
वाराणसी नदेसर के पूर्व जमीदार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरिफल सिंह की 39वीं पुण्य तिथि आज़ रविवार को मनाई गई | यह जानकारी देते हुए उनके सुपौत्र डॉ. अखिलेश सिंह ने बताया कि हरिफल सिंह स्मृति में उनका मूर्ति स्थापना व उनके नाम पर नदेसर तालाब व पार्क का नाम करण करने की लगतार मांग की जा रही है लेकिन नगर निगम लगातार टाल-मटोल कर रहा है। जबकि पीडब्ल्यूडी, वीडीए, तहसील, एलआईय, विधायक उत्तरी मंत्री व नदेसर पार्षद ने अपनी लिखित सहमति दे दी है की वहाँ पर मूर्ति स्थापना और पार्क का नामकरण होना चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व (संस्थापक सदस्य प्रथम पुस्तकालाय अध्यक्ष काशी विद्यापीठ वाराणसी) का जन्म हुआ। 16 वर्ष के उम्र में ही स्वतंत्रता आन्दोलन में कूद पड़े और सम्पूर्ण जीवन देश की आजादी स्वतंत्रता आन्दोलन में लगा दिया था, व जीवन पर्यन्त केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा दी जानें वाली पेंशन कभी नहीं लिया। सन् 1930 में 6 माह कड़ी कैद वाराणसी जेल में, सन् 1932 में 6 माह कड़ी कैद वाराणसी जेल में, सन् 1942 में नजरबन्द, सत्याग्रह संग्राम में डिक्टेटर रहे।
28/04/1941 से 27/08/1942 तक कठोर कारावास वाराणसी जेल में, तथा 06/12/1942 से 13/05/1945 (25 माह) नजर बंद
वाराणसी जेल में थे ।