संस्कृत भाषा योग की भाषा है*— कुलपति प्रो शर्मा..

रोहित सेठ

शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए आज दूसरे दिन 190 महाविद्यालयों को गोपनीय प्रपत्र वितरित.॥

भारतीय ज्ञान परम्परा एवं भारतीयता का भाव देवभाषा संस्कृत में निहित है,संस्कृत का संरक्षण करना संस्कृत के पोषकों की जिम्मेदारी है।परीक्षा के शुचिता,पारदर्शिता के साथ कराएं । उक्त विचार सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणासी के कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा ने दिनांक 25 जून 2024 से 06 जुलाई 2024 तक होने वाली शास्त्री/आचार्य के सेमेस्टर परीक्षा में गोपनीय प्रपत्रों का थैला एवं सादी उत्तर पुस्तिका प्राप्त करने आये देश भर के सम्बद्ध महाविद्यालयों के केंद्राध्यक्ष/प्राचार्यो से व्यक्त किया।

संस्कृत भाषा भगवान ब्रह्मा जी द्वारा उत्पन्न किया गया है॥
कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि संस्कृत देववाणी है संस्कृत भाषा को योग की भाषा के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता था कि इसे भगवान ब्रह्मा द्वारा उत्पन्न किया गया था। हमारे ऋषियों,मुनियों ने इस भाषा को धरती पर अमर किया। ऋषियों ने आपस में संचार के लिए संस्कृत भाषा का ही प्रयोग किया गया था। इसलिए आप सभी लोग परीक्षा को पारदर्शिता पूर्वक सम्पन्न कराये।इसकी रक्षा संस्कृत के ज्ञान केंद्रों से ही संभव है,आप सभी अपने-अपने संस्थानों में पठन-पाठन और परीक्षा को शुचितापूर्ण और विधिक रूप से संपादित कराये।
दो दिन से चल रहे गोपनीय प्रपत्रों के वितरण संपन्न–
ज्ञातव्य हो कि दिनांक 22 एवं 23 जून 2024 तक गोपनीय प्रपत्रों का वितरण किया जा रहा है।
जिसके लिए आज दूसरे दिन रायबरेली, कानपुर, प्रतापगढ़, गाजीपुर, संतरविदास नगर (भदोही), बहराइच, बस्ती, चंदौली, जौनपुर, वाराणसी, सोनभद्र, बाराबंकी, कौशाम्बी, मिर्जापुर, अम्बेडकर नगर, बलिया, आजमगढ़, मऊ, अमेठी/सुल्तानपुर, प्रयागराज, महराजगंज, अयोध्या व विश्वविद्यालय परिसर के केंद्राध्यक्षओं को बुलाया गया। जिसमें लगभग 190 केन्द्राध्यक्ष उपस्थित होकर गोपनीय प्रपत्रों को प्राप्त किये।
25 जून से संचालित परीक्षा दो पाली में चलेंगी-
परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुधाकर मिश्र ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर की 2024 वर्षीय शास्त्री द्वितीय व तृतीय खण्ड, शास्त्री द्वितीय सेमेस्टर सत्र 2023-2026,शास्त्री तृतीय सेमेस्टर सत्र 2022-2025 तथा आचार्य द्वितीय सेमेस्टर सत्र 2023-2025,आचार्य चतुर्थ सेमेस्टर सत्र 2022-2024 के संस्थागत, व्यक्तिगत, भूतपूर्व, बैक/श्रेणी सुधार एवं एक विषयक परीक्षा दो पाली में होगा।
विश्वविद्यालय परिसर के परीक्षा केंद्र पर 2125 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे—
प्रथम पाली पूर्वाह्न 08.00 बजे से पूर्वाह्न 11.00 तक चलेगी। जिसके केंद्राध्यक्ष प्रो. राजनाथ व सहायक केंद्राध्यक्ष डॉ. रविशंकर पांडेय होंगे। उक्त परीक्षा में 1225 छात्र/छात्राएं शामिल होगे। द्वितीय पाली अपराह्न 2.00 बजे से 05.00 तक चलेंगी जिसके केंद्राध्यक्ष प्रो. हरिशंकर पांडेय तथा सहायक केन्द्राध्यक्ष डॉ. रविशंकर पांडेय होंगे। उक्त परीक्षा में 900 छात्र/छात्रायें शामिल होंगे।

देशभर के 343 केंद्रों पर 34871 परीक्षार्थी शामिल होंगे–
परीक्षा नियंत्रक प्रो.सुधाकर मिश्र ने बताया कि 25 जून 2024 से पूरे देश में 343 केन्द्र बनाया गया है जिसमें 34871 छात्र व छात्रायें शामिल होकर परीक्षा देगें।
प्रो.मिश्र ने बताया कि बहुत शान्ति पूर्ण ढंग से परीक्षा विभाग के कर्मचारियों के द्वारा केंद्राध्यक्षओं को गोपनीय प्रपत्रों का वितरण किया जा रहा हैऔर कुलपति जी के द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्राचार्यों को कोई समस्या न होने पाये और सभी लोगों का पूरा सहयोग किया जाये।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुधाकर मिश्र ने बताया कि बहुत शान्ति पूर्ण ढंग से परीक्षा प्रपत्रों का वितरण किया गया है।

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