लखीमपुर खीरी
!! खीरी पहुंची राहत आयुक्त दफ्तर से पीडी अदिति उमराव, सदर, गोला तहसील के डूब क्षेत्र में बसे व्यक्तियों, परिवारों से की मुलाकात !!
,!! डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक, पीडी ने स्टेकहोल्डर्स विभागों से किया विचार-विमर्श
!!रिपोर्ट- परवेज आलम !!
लखीमपुर खीरी 24 जून। राहत आयुक्त उप्र कार्यालय से परियोजना निदेशक अदिति उमराव अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार सोमवार सुबह खीरी पहुंची, जहां उन्होंने जिले के डूब क्षेत्र में बसे व्यक्तियों, परिवारों के पुनर्वास के लिए अन्यत्र स्थायी, अस्थायी स्थल चिन्हित किये जाने के संबंध में कलेक्ट्रेट में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एडीएम संजय सिंह सहित सभी स्टेकहोल्डर्स संग विस्तृत विचार-विमर्श किया। बैठक में एडीएम ने जिले में गत वर्षों में बाढ़ और कटान की स्थितियां और परिदृश्य को रेखांकित किया। पीडी अदिति उमराव के पूछने पर ईई शारदा नगर खंड शोभित कुशवाहा ने बताया कि दोनों बधों के बीच की दूरी 08 किमी है। आईआईटी रुड़की ने इस क्षेत्र का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत की है।उन्होंने एसडीएम सदर/गोला/निघासन से उनकी तहसील के सर्वाधिक व पहले प्रभावित होने वाले गांव के संबंध में विस्तृत चर्चा की।उनसे पुनर्वासन के लिए अबतक किए गए प्रयास और रणनीति जानी।बैठक में डिप्टी सीएमओ डॉ धनीराम, जिला अग्निशमन अधिकारी, ईई (पीडब्लूडी) अनिल कुमार यादव, ईई (बाढ़ खंड) अजय कुमार, ईई शारदाखंड शोभित कुमार कुशवाहा, एसडीएम (सदर) अश्विनी सिंह, एसडीएम-गोला विनोद गुप्ता, एसडीएम-निघासन राजीव निगम, एसडीएम-धौरहरा राजेश कुमार, बीएसए प्रवीण तिवारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इसके बाद परियोजना निदेशक अदिति उमराव ने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संजय कुमार सिंह के साथ क्रमश तहसील सदर और गोला गोकर्णनाथ के स्थलीय निरीक्षण कर डूब क्षेत्र में बसे व्यक्तियों, परिवारों से मुलाकात की। मौके पर पूरी वस्तु स्थिति देखी। इस दौरान संबंधित तहसीलों के एसडीएम एवं अन्य राजस्व अधिकारी और स्टेकहोल्डर विभाग मौजूद रहे।