राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद अपने संगठन के माध्यम से
जिलाधिकारी से की शिकायत।
रिपोर्ट बदायूँ से प्रमोद कुमार पांण्डेय उर्फ प्रदीप पांण्डेय
बदायूँ थाना मूसाझाग गाँव में गाटा संख्या 183 जो पत्रकार संजीव पटेल व उनके सहखातेदारों की जमीन है और उसके बराबर में ही एक चकमार्ग गाटा संख्या 180 है जिसकी पैमाइश के लिए 29 मई को चकमार्ग 180 को कब्जा मुक्त कराने के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी जिसकी शिकायत संख्या 400149240014837 है तब तहसीलदार सदर के द्वारा एक राजस्व टीम गठित की गई थी जिस पर राजस्व टीम ने चकमार्ग संख्या 180 की विधि पूर्वक पुलिस बल के साथ दोनों पक्षों की सहमति से पैमाइश की थी उसके बाद प्रार्थी ने अपनी जमीन गाटा संख्या 183 पर सीमेंट के पिलर लगा दिए थे जिसकी आख्या रिपोर्ट भी तहसीलदार के द्वारा जिला अधिकारी को भेजी गई जो पोर्टल पर अपलोड है ।तभी गाटा संख्या 178 व 179 के सह खातेदार हीरालाल, ऋषिदेव,दुर्विजय,रामेश्वर व इनके परिवार के जसवंत,सोबरन,परवीन,सोमू, राजीव,सतीश,रत्नपाल, जितेंद्र,पुष्पेंद्र, अर्जुन,ब्रजेश, आदि ने हाथों में लाठी डंडे लेकर जबरन गाली गलौच करते हुए सत्ताधारी नेताओं के इशारे पर दिनांक 6 अगस्त को एक सत्ताधारी नेता के लेखपाल भाई ने राजस्व टीम भेजकर प्रार्थी के खेत गाटा संख्या 183 पर पुलिस बल के साथ पिलर उखड़वाकर प्रार्थी की जमीन पर कब्जा करा दिया जिसकी शिकायत पत्रकार संजीव पटेल ने संगठन राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के दर्जनों पत्रकारों के साथ जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देकर जांच कर कार्यवाही की मांग की है वहीं पत्रकारों ने जल्द समस्या का निस्तारण न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।