रिपोर्ट – परवेज आलम
लखीमपुर खीरी
लखीमपुर-खीरी। खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्तर्गत प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र मेला मैदान में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आयोग द्वारा चलाई जा रही ग्रामीण उद्योगों के बारे में लोगों को जागरूक करना था। कार्यक्रम में लगभग 200 ग्रामीण क्षेत्र के युवा एवं प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र के प्रशिक्षार्थी शामिल हुए। कार्यक्रम के शुरूआत में आयोग के सहायक निदेशक आशुतोष कुमार सिंह द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के बारे में पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया गया।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ के राज्य निदेशक डॉ नितेश धवन द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। योजना के बारे में उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अधिकतम 20 प्रतिशत स्वयं का अंशदान लगाकर ग्रामोद्योग विकास योजना जैसे हनी बी-बॉक्स, विद्युत चालित चाक, तेल एवं मसाला निमार्ण मशीन, प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन, सिलाई मशीन इत्यादि वर्टिकल में टूल किट्स का वितरण आयोग द्वारा किया जा रहा है जिसमें लाभार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण भी आयोग द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
पीएमईजीपी योजना के बारे में जानकारी देते हुए डॉ नितेश धवन द्वारा बताया गया कि योजना के माध्यम से विनिर्माण क्षेत्र में रू0 50 लाख तथा सेवा क्षेत्र में 20 लाख रुपए तक की स्वीकार्य लागत की इकाई का ऋण बैंकों द्वारा उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें लाभार्थी को कुल परियोजना लागत का 15-35 प्रतिशत तक की अनुदान राशि दी जाती है। उद्योग / इकाई के सफलतापूर्वक संचालन हेतु उद्यमी को ऋण वितरण से पूर्व ईडीपी प्रशिक्षण (उद्यमिता विकास कार्यक्रम) भी दिया जाता है। डॉ नितेश धवन द्वारा यह भी अवगत करायाा गया कि पीएमईजीपी योजना अन्तर्गत विगत 5 वर्षों में जनपद-लखीमपुर में 873 इकाईयाँ स्थापित की गई, जिसमें मार्जिन मनी 2762.68 लाख रुपए निर्गत किया गया एवं लगभग 7000 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में जिला ग्रामोद्योग अधिकारी के प्रतिनिधि, आयोग के कार्यकारी आरपी विश्वकर्मा तथा प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र के प्रभारी एसके त्रिवेदी भी शामिल हुए।