संवादाता धनंजय वर्मा
मुहाना नदी का जल स्तर बढ़ा जिससे कई गांव में घुसा पानी बाढ़ के चपेट में कई गांव तबाह अधिकारी मौन साधे हुए हैं जब किसी नेता को वोट लेना होता है तो इन गांवों के तरफ आता है काम निकल जाने के बाद इन गांव की कोई शुद्ध नहीं लेता गरीब किसान दूसरी बार बाढ़ को झेल रहा है किसनो की फैसले बाढ़ की चपेट में बर्बाद हो चुकी हैं ना तो कोई नेता आता है ना ही अधिकारी गरीब किसान चारों तरफ से परेशान है बॉर्डर इलाका ना तो रास्ते सही हैं हमारे बॉर्डर इलाके पर सशस्त्र सीमा बल के जवानों के कैंप बने हुए हैं जिनके कैंप के अंदर तक बाढ़ का पानी अपना प्रकोप बनाए हुए हैं जिन जवानों से हमारे बॉर्डर की सुरक्षा हो रही है उन्हें जवानों को ना तो कोई नेता देखने जाता है ना तो कोई अधिकारी किस प्रकार से बाढ़ के पानी को सुरक्षा बल के जवान झेल रहे हैं इतना पानी भर जाता है ना पैदल निकलने की रास्ता ना गाड़ी लाने का रास्ता अभी तक बाढ़ की समस्या से निजात पाने का कोई रास्ता कोई विकल्प किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया छोटे-छोटे बच्चे बाढ़ की वजह से स्कूल घर से निकलने में असमर्थ इन समस्या से चारों तरफ के गांव क्षेत्र परेशानी से घिरे हुए हैं का