वाराणसी विकास प्राधिकरण के सचिव द्वारा ट्रांसपोर्टों के साथ बैठक की गई।
रोहित सेठ
वाराणसी विकास प्राधिकरण के सचिव द्वारा उन ट्रांसपोर्टों के साथ बैठक की गई जिनका की वर्ष 2012 में रुपया 5800 प्रति वर्ग मीटर की दर से एडवांस रुपया देकर बुकिंग कराई गयी थी। अब बारह वर्ष बाद ट्रांसपोर्ट नगर में प्लाट निम्न शर्तों के आधार पर देने को वाराणसी विकास प्राधिकरण तैयार है। अतः इसी सन्दर्भ में आज दिनांक 23-08-2024 को वाराणसी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जय प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में लहरतारा में एक बैठक हुई। जिसमें एसोसिएशन के संरक्षक सुनील कपूर ने दिनांक 14-08-2024 को वाराणसी विकास प्राधिकरण के साथ हुई मीटिंग की पूरी जानकारी दिया। तथा एसोसिएशन के मंडल प्रभारी श्री सूर्यमणि तिवारी ने कहा कि उन्होंने दिनांक 01-07-2024 को वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा को रेट कम करने तथा सरकारी अनुदान देते हुए प्लाट का रेट तय करने का ज्ञापन भी दिया था। किन्तु विकास प्राधिकरण द्वारा मनमाना रेट रखकर प्लाट अलाट करना ज्यादती है।
बैठक में सभी ट्रांसपोर्टरों ने यह मांग किया कि ट्रांसपोर्ट नगर में पहले ट्रांसपोर्टरों को 100 स्कवायर मीटर से 2000 स्कवायर मीटर तक के प्लाट की आवश्यकता होगी। जो कि सरकारी अनुदान से कम से कम रेट में हो। 128 स्कवायर मीटर का प्लाट काटने से ट्रांसपोर्टरों का काम नहीं चलेगा। इन्हें एक साथ बड़े प्लाट की आवश्यकता होगी। तभी सही मायने में ट्रांसपोर्ट नगर का अस्तित्व होगा। श्री जे पी तिवारी ने कहा कि वाराणसी विकास प्राधिकरण पिछले एक दो वर्षों में लगभग दस बैठकें ट्रांसपोर्टरों के साथ कर चुका है लेकिन प्लाट का रेट अभी भी निर्धारित नहीं कर पाए। अब यदि वाराणसी विकास प्राधिकरण अपनी मनमर्जी से एकतरफा फरमान जारी कर प्लाट अलाट करना चाहते हैं तो ऐसा ट्रांसपोर्ट नगर हम ट्रांसपोर्टरों को नहीं चाहिए। इस पर सभी ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि पहले विकास प्राधिकरण रेट तय करे तथा आवश्यकता अनुसार प्लाट काटें। इसके बाद अलाटमेंट की प्रक्रिया होनी चाहिए। अन्यथा सभी ट्रांसपोर्टर इसका विरोध करेंगे और यदि जरुरत पड़ी तो कोर्ट की भी शरण लेंगे !
बैठक में वाराणसी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के संरक्षक सुनील कपूर, अध्यक्ष जे पी तिवारी, सूर्यमणि तिवारी, ताराशंकर वर्मा, टी एन तिवारी, संतोष सिंह, उमेद सिंह, वीरेंदर सिंह, मिंटू सिंह, जे पी अग्रवाल श्रवण कुमार, मुकेश श्रीवास्तव, तथा आविद अली आदि ने उपस्थित होकर अपने अपने विचार व्यक्त किया।