रोहित सेठ
सरकार द्वारा इस वर्ष देव-दीपावली को प्रांतीय मेला के रूप में घोषित किया गया है।
इस बार देव-दीपावली का मुख्य फोकस ज्यादे से ज्यादे जनसहभागिता बढ़ाना है: मंडलायुक्त।
देव-दीपावली आयोजन में अधिक से अधिक जनसहभागिता बढ़ाने हेतु सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस, गंगा सफाई समितियां तथा विभिन्न थानों की शांति समितियों के सहयोग लिये जायें: मंडलायुक्त।
गंगा में प्रदूषण रहित, स्वच्छ एवं सुरक्षित नावों के संचालन किये जायें: मंडलायुक्त।
पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि रखते हुए सकारात्मक वातावरण बनाया जाये: मंडलायुक्त।
वाराणसी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में आगामी 15 नवंबर को आयोजित होने वाली देव-दीपावली हेतु बैठक आहूत की गयी जिसमें विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई जिसमें मंडलायुक्त ने विभिन्न दिशा-निर्देश दिये:-
आगामी 12-14 नवंबर तक आयोजित होने वाले गंगा महोत्सव हेतु आयोजन स्थल आर पी घाट का निर्धारण किया गया जिसमें वाराणसी के स्थानीय कलाकारों, काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के प्रतिभागियों तथा बाहरी प्रतिभागियों को मंच दिया जायेगा।
मंडलायुक्त द्वारा कहा गया कि इसबार देव-दीपावली का उद्देश्य जनसहभागिता बढ़ाना है। उन्होंने अधिक से अधिक जनसहभागिता बढ़ाने हेतु जोर दिया गया जिसके लिये उन्होंने सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस, गंगा सफाई समितियां तथा विभिन्न थानों की शांति समितियों के लोगों को जोड़ते हुए पूरी सादगी पूर्वक दिया-बाती के साथ मनाने को कहा। उन्होंने सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस, गंगा सफाई समितियां तथा विभिन्न थानों की शांति समितियों में पांच हजार नये लोगों को जोड़ने हेतु भी निर्देशित किया।
मंडलायुक्त द्वारा कार्यक्रम में जनसहयोग बढ़ाने हेतु माननीय जनप्रतिनिधियों, पार्षदों, नामित पार्षदों, मुहल्ले के सम्मानित लोगों से लगातार वार्ता करने को निर्देशित किया।
बैठक में होटल संगठनों, नाविक संगठनों, रिक्शा / ई-रिक्शा संगठनों से कहा गया कि उनके द्वारा बैठक करके अपने रेट पूर्व में निर्धारित करें ताकि आने वाले पर्यटकों को पूरी जानकारी पहले से हों और उनको किसी दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
नगर निगम को सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए घाटों पर बाढ़ बाद जमी सिल्ट हटाने, सीढ़ियों की सफाई करते हुए अगले डेढ़ महीने विशेष सफाई अभियान चलाने को निर्देशित किया गया।
स्वास्थ्य विभाग को मेडिकल, एम्बुलेंस, चिकित्सा कैंप लगाने तथा नावों पर चिकित्सकीय ड्यूटी लगाते हुए स्वास्थ्य की उचित व्यवस्था बनाने को कहा गया।
पुलिस विभाग, एनडीआरएफ, अग्निशमन, जल पुलिस को सुरक्षा के दृष्टिगत सभी प्रबंध करने हेतु निर्देशित किया गया तथा गंगा में नावों का स्वच्छ, प्रदुषण रहित संचालन सुनिश्चित करने को निर्देशित करते हुए पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए सकारात्मक वातावरण बनाने को कहा गया।
बैठक में गंगा महोत्सव में कार्यक्रमों हेतु कलाकारों के चयन, दिया-तेल-बाती के वितरण, गंगा घाटों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के विद्युत सजावट, बजड़ा / नाव की व्यवस्था, प्रचार-प्रसार समेत विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
जल पुलिस को गंगा समितियों, नाविक संगठनों के साथ लगातार बैठक करने को कहा गया ताकि उनके द्वारा सकारात्मक माहौल बनाया जाये।
बैठक में विभिन्न समितियों के सदस्यों द्वारा देव-दीपावली आयोजन के संबंध में अपने विचार मंडलायुक्त के समक्ष रखे गये।
बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, एडीएम सिटी आलोक वर्मा, सीईओ विश्वनाथ मंदिर विश्व भूषण मिश्र, उप निदेशक पर्यटन, पुलिस विभाग समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।