रोहित सेठ
भिनगाराज अनाथालय व दण्डी आश्रम की पूरी संपत्ति सरकारी है जो कि धर्मार्थ कल्याण विभाग की है जिसपर किसी भी प्रकार से भी जो कब्जे/अधिकार अमान्य हैं: अध्यक्ष भिनगाराज समिति।
वाराणसी। अध्यक्ष भिनगाराज समिति मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में भिनगाराज ट्रस्ट की परिसंपत्तियों के संबंध में बैठक आयोजित हुई जिसमें चर्चा के दौरान समिति द्वारा दुर्गाकुंड स्थित भिनगाराज दण्डी आश्रम में दण्डी स्वामियों के सुविधा हेतु आश्रम निर्माण एवं कमच्छा स्थित भिनगाराज अनाथालय में अनाथ बच्चों हेतु अनाथालय निर्माण हेतु समिति द्वारा सहमति जतायी गयी। इनमें निःशुल्क डंडी स्वामियों और अनाथ बच्चों को रखने की व्यवस्था की जायेगी।
इस संबंध में कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल को प्रस्ताव तैयार करने हेतु निर्देश दिये गये। इसका वित्त प्रबंधन शासन के कराया जायेगा। इसके पुराने भवनों का परीक्षण कराने और वे अपनी लाइफ पूरी कर चुके हों तो उनको जर्जर घोषित कराने हेतु भी निर्देशित किया गया।
अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि भिनगाराज अनाथालय व दंडी आश्रम की पूरी संपत्ति सरकारी है जो कि धर्मार्थ कार्य विभाग की है जिसपर किसी भी प्राइवेट संस्था या व्यक्ति का कब्जे/अधिकार अमान्य है। इसका कोई भी क्रय- विक्रय अनुमन्य नहीं है। यदि कोई भी भी व्यक्ति उक्त परिसंपत्तियों या उसके अंश का क्रय-विक्रय करने की कोशिश करता है तो अवैध माना जायेगा तथा संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस तथ्य का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाये ताकि किसी के साथ फ्रॉड ना हो।
इसमें अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि कुछ पुराने अपराधी क़िस्म के लोग कई बार इसमें घुसने का प्रयास करते हैं, ऐसे में उन पर ट्रेसपासिंग की एफ़आईआर कराने के निर्देश दिये गये। पूर्व में एक फ़र्ज़ी संस्था द्वारा अनाथालय चलाने के नाम पर जो सरकारी धनराशि ली गई थी उसकी रिकवरी कराने के निर्देश भी दिये गये।
बैठक में समिति के सदस्य के रूप में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग, समिति सचिव सीईओ काशी विश्वनाथ मंदिर विश्व भूषण मिश्र, डीपीओ महिला कल्याण समेत पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।