संवाददाता प्रदीप मिश्रा
ब्लॉक बेहजम मैं कमीशन के चक्कर में बाहर की दवा पर विशेष जोर दिया जा रहा है पशु चिकित्सालय में दवाएं न होने के कारण हर गरीब को बाहर से दवा लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है यह हाल पिछले 1 साल से चलना है अगर आपको पशुओं का इलाज करना है तो आप पैसे साथ में लेकर जाएं क्योंकि अस्पताल में पशुपालकों की जेब ढीली हो रही है जिससे पशुपालकों को बाहर की महंगी दवाई खरीद कर इलाज करना पड़ रहा है जिससे आम जनता परेशान होकर प्राइवेट डॉक्टर को दिखाने पर मजबूर हो रहे हैं
अब देखना है पशुओं के इलाज के लिए कब मिल पाती है दवाइयां