आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय बदायूं में चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव एवं मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं के साथ साथ शिक्षकों ने 1857 के आंदोलन से लेकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन तक में नारी शक्ति की भागीदारी और उनके योगदान पर पर चर्चा की।इतिहास विभाग के प्रभारी डॉ अनिल कुमार ने कहा कि अट्ठारह सौ सत्तावन के आंदोलन में भारतीय समाज की संरचना व संस्कृति इस प्रकार की नहीं थी कि कोई स्त्री आंदोलन में भाग ले।
परन्तु वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की वीरता से प्रभावित होकर भारतीय नारी भी राष्ट्रीय आंदोलन में बढ़-चढ़कर के भाग लेने लगी। राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ डाली ने झलकारी बाई,उदा देवी,बेगम हजरत महल आदि के योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ सतीश सिंह यादव ने किया तथा आभार ज्ञापन छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डॉ बबीता यादव ने किया।
इस अवसर पर इस अवसर पर डॉ सरिता यादव, डॉ सारिका शर्मा,डॉ बरखा,डॉ गौरव सिंह,डॉ दिलीप वर्मा, डॉ सचिन राघव,डॉ मितिलेश,डॉ ज्योति विश्नोई आदि ने विचार व्यक्त किए।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)