उघैती थाना क्षेत्र के गांव महानगर निवासी सत्यवीर पुत्र पोददार गरीबी में अपना आशियाना बनाकर जीवन यापन कर रहा था । वह अपने परिवार के साथ खेत पर गया हुआ था उस गरीब को क्या मालूम था जिस आशियाने के सहारे वह अपना जीवन यापन कर रहा है वापस आने तक वो खाक मिलेगा। ग्रामीणों ने जब गरीब के आशियाने से आग की लपटें देखीं । तो बेकाबू आग को बुझाने के लिए दौड़ पड़े।लेकिन जब तक वह आग पर काबू पाते तब तक बहुत देर हो चुकी थी । आशियाने में रखा खाने का अनाज के साथ साथ जरूरी सामन व लगभग तीस हजार की नगदी जल कर राख हो गई।
जब पड़ोसी ने खेत पर जाकर इस बात की सूचना दी। तब सत्यवीर दौड़ा दौड़ा घर आया । जब तक वह कुछ कर पाता तब तक सब सामान आग की लपटों में समा चुका था।अज्ञात कारणों के चलते लगी आग* वहीं जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि आग लगने की वजह पता नही चल पाई,आग की लपटें इतनी तेज थीं की काबू पाना बमुश्किल हो गया था अगर जल्द आग पर काबू नही पाया जाता तो हो सकता था बड़ा हादसा।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)