रिपोर्ट – अनुज कुमार शुक्ला
सूबे के मुखिया के आदेश को दर किनार कर रही ईसानगर पुलिस
थाना ईसानगर के अंतर्गत आने वाले ग्राम बेलाहार ग्राम सभा रामलोक की एक पीड़िता ने पुलिस अधिक्षक खीरी को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए पत्रकारों से अपनी पीड़ा बताते हुए बताया की,दिनांक 13सितंबर 2024को पीड़ित के पति जो मजदूरी करते है ,वो काम के लिए बाहर गए हुए थे,एवम पीड़िता की सास भी अपने परिवार में बीमारी से संबंधित परिवार के सदस्य को देखने गई थी,उसी मौके का फायदा उठाकर पीड़ित के गांव के ही निवासी राम निवास पुत्र राधे श्याम व मुनीम पार्थिनी के अकेलेपन का फायदा उठाकर उसके घर में घुस कर गलत नजरिए से प्रथिनी के ऊपर हमला कर दिया ,उसके कपड़े फाड़ने लगे,एवम गलत तरीके से उसको छूने लगे ,जिस पर पीड़ित ने इसका विरोध करते हुए शोर मचाया जिससे ग्राम वासी वहां पर उपस्थित होने लगे जिसके डर से विपक्षी लोग वहां से जान से मार डालने एवम भद्दी भद्दी गालियां देकर धमकी देते हुए बोले की अगर तुमने किसी से कुछ कहा तो तुमको मार डालेंगे या तेरे पति को मार डालेंगे, जब पीड़ित का पति अगले दिन वापस आया तो वह अपनी पत्नी को लेकर थाना ईसानगर ले जाकर संबंधित घटना से थाना ईसानगर को अवगत कराया ।जिसके बावजूद भी ईशानगर पुलिस कोई कार्यवाही न करते हुए पीड़ित को घर भेज दिया,पीड़िता ने परेशान होकर पुलिस अधीक्षक खीरी को प्रार्थना पत्र दिया की उसके परिवार को एवम उसको उन अपराधियों से खतरा है इन लोगों पर पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं।अब देखना यह है की पुलिस कोई कार्यवाही करती है या एक मजबूर और गरीब औरत को किसी दबंग एवम हिस्ट्रीसीटर के सामने ऐसे ही प्रताड़ित करने के लिए बेसहारा छोड़ देती है।एक तरफ प्रदेश के मुखिया महिलाओं का सम्मान सर्रोपर्री रख रहे हैं,वही खीरी जिले की ईसानगर पुलिस इसपे लीपापोती कर रही है।