गर्मी में व पशु पंक्षियों को राहत देने व जल स्तर बढ़ाने के लिए तालाब की खुदाई कर तालाबों को बचाने की मुहिम चलाई जा रही है। जिससे प्रभावित होकर ग्रामीणों ने सूखे पड़े पुराने तालाबों में श्रमदान कर उन्हें पुनर्जीवनदान देने में जुटे हैं बल्कि अब नए तालाबों की खुदाई कराने का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों की मदद से श्रमदान कर तालाब की सतह पर फैली गंदगी की सफाई की जाएगी। पानी भर जाने के बाद तालाब पूरी तरह से लबालब हो जाएंगे। इसके बाद तालाब किनारे पेड़-पौधे भी लगाए जाएंगे, साथ ही वहां प्रकाश व्यवस्था एवं बैठने के लिए बैंच भी डाली जाएगी।
गुरुवार को जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज, सीवीओ डॉ0 अरुण कुमार जादौन, डीपीआरओ श्रेया मिश्रा, डीसी मनरेगा सहित अन्य अधिकारियों के साथ नारियल तोड़कर, हवन पूजन कर, नींव में ईट रखकर एवं फावड़ा चलाकर विकासखण्ड जगत अन्तर्गत अमृत सरोवर योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत जनपद के प्रत्येक विकासखण्ड में पांच-पांच, सभी ब्लॉकों में कुल 75 तालाब खुदवाए जा रहे हैं। इस अवसर पर डीएम व सीडीओ ने स्वयं भी श्रमदान किया।मनरेगा के तहत जिले में तालाबों की खुदाई कराई जा रही है। अधिकारियों ने तालाब में चल रहे खुदाई कार्य को देखा। डीएम ने ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक श्रमिक लगाकर नहर खुदाई का कार्य जल्द पूर्ण कराएं। कार्य करने वाले सभी श्रमिकों के मनरेगा जॉब कार्ड अवश्य बनवाए। इसमें श्रमिकों की संख्या बढ़ाई जाए इसके अलावा महिलाओं की सहभागिता पर विशेष ज़ोर दिया जाए।
इस दौरान अधिकारियों ने तीखी धूप के बीच स्वयं श्रमदान किया। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तालाब की देखरेख को वह पूरी तरह से सजग रहें। उन्होंने ग्रामीणों से तालाब के जल को गंदा न करने की अपील की है।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)