🔵कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया

रिपोर्ट:प्रदीप पाण्डेय
बदायूं

आज दिनाँक 25 .10.2024 को डायट बदायूँ में शोध कार्यशाला का आयोजन किया गया ।जिसमें शिक्षक शिक्षा 2024-25 के अंतर्गत किये जाने वाले शोध ” *जनपद बदायूँ के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की विज्ञान पढ़ाने में प्रयोग एवम अनुभव आधारित शिक्षण के उपयोग की स्थिति का विषयक अध्ययन पर चर्चा की। उदघाटन सत्र में डायट प्राचार्य गिरजेश चौधरी ने कहा कि बच्चों को उनके अनुभव पर आधारित शिक्षण विधि द्वारा शिक्षण किया जाए।प्रोजेक्ट वर्क,एक्सपोज़र विज़िट,विज्ञान लैब आदि के माध्यम से किया गया शिक्षण स्थायी होता है।


मुख्य वक्ता प्रोफेसर शिवराज विभागाध्यक्ष एवम डा0 विक्रांत उपाध्याय एसोसिएट प्रोफेसर एन एम एस एन दास कॉलेज बदायूँ ने विभिन्न अनुभव आधारित शिक्षण विधियों के बारे में बड़े ही रोचक ढंग से प्रतिभागियों के समक्ष रखा,विज्ञान शिक्षक अंकुर गुप्ता,अभिषेक उपाध्याय एवम मोहित कुमार ने विज्ञान विषय के शिक्षण से सम्बंधित प्रयोग करके दिखाए व उपस्थित विज्ञान शिक्षकों को अपने विद्यालयों में प्रयोग विधि से शिक्षण करने को प्रेरित किया।
आज की शोध कार्यशाला में ब्लॉक दातागंज,अंबियापुर,दहगवां, बिसौली, आसफपुर,जगत,कादरचौक व इस्लामनगर से आये 14 – विज्ञान शिक्षक व विज्ञान विषय के ए आर पी ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर डायट प्रवक्ता मंजरी सिंह,डा0अमित शर्मा,मोहम्मद सरवर, कार्यालय सहायक दिव्या यादव,ए आर पी फरहत हुसैन,भुबनेश गोयल,संध्या मौर्य, जितेंद्र कुमार,योगेश कुमार,धर्मपाल,राजीव कुमार,संजय कुमार, विज्ञान शिक्षक सक्सेना,अभिषेक गुप्ता,राकेश यादव,भारती निर्मल,रजनीश कौशिक मो0ज़ुबैर,आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता भौतिक विज्ञान मंजरी सिंह ने किया।

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