दिनांक 17-05-2022 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश पुलिस को थाना गगल जनपद कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश में पंजीकृत मु0अ0सं0 41/2022 धारा 420, 120बी भादवि में वांछित अन्तर्राज्यीय प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करने वाले गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः
- शिवबहादुर सिंह पुत्र स्व0 उमाशंकर सिंह, नि0 ग्राम मुजरा, पो0 कुसया, थाना जलालपुर, जनपद
जौनपुर, हा0पता धीरज अपार्टमेण्ट फ्लैट नं0 13 अर्दली बाजार वाराणसी। - अखिलेश यादव पुत्र विन्ध्याचल यादव, नि0 ग्राम खुलासपुर, थाना करण्डा, जनपद गाजीपुर।
बरामदगीः
- 01 अदद मोबाइल फोन।
- 01 कार मारूती स्विफ्ट डिजायर बिना नम्बर की।
गिरफ्तार का स्थान व दिनांक-
निकट सेण्ट मैरी स्कूल थाना कैण्ट जनपद वाराणसी। दिनांक 17.05.2022 समय दोपहर 12.30 बजे
दिनांक 27-03-2022 को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पूर्व ही पेपर लीक कराकर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया, जिससे परीक्षा की शुचिता भंग करते हुए अवैध लाभ प्राप्त किया गया। जिसके सम्बन्ध में हिमाचल प्रदेश के थाना गगल, जनपद कांगडा में मु0अ0सं0 41/2022 धारा 420, 120बी भादवि पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ किया गया। उक्त मुकदमें में अब तक 52 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका था। उक्त गैंग के सक्रिय सदस्य शिवबहादुर सिंह उपरोक्त के जनपद वाराणसी व आसपास के जनपदों में होने की सूचना को हिमाचल प्रदेश पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा एस0टी0एफ0 से साझा करते हुए आवश्यक सहयोग मांगा गया था। इस सम्बन्ध में उ0प्र0 एस0टी0एफ0 के वाराणसी इकाई की एक टीम निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन की कार्यवाही कर रही थी। अभिसूचना संकलन के दौरान विश्वस्त सूत्र से प्राप्त सूचना के आधार पर आज दिनांक 17-05-2022 को उक्त अभियुक्त शिवबहादुर सिंह को सेण्ट मैरी स्कूल थाना कैण्ट जनपद वाराणसी के पास से एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी व हिमाचल प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि वह सन-2003 से अन्तर्राज्यीय प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करने वाले बेदीराम गैंग का सक्रिय सदस्य है। जिसके द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक कराकर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को पढ़वाया जाता था और उनको उत्तर बता दिया जाता था। अभियुक्त द्वारा पूछताछ में यह भी बताया गया कि तेलंगाना, पंजाब व चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं व भर्तियों का प्रश्न पत्र लीक कराने के प्रकरण में अभियुक्त उपरोक्त उक्त राज्यों में कई बार जेल जा चुका है। इस कार्य से इसके द्वारा लगभग 10 से 12 करोड़ रूपये कमाया गया है। उन्हीं पैसों से सन-2015 में जनपद वाराणसी के विंध्यवासीनीनगर कॉलोनी अर्दली बाजार में तीन मंजिला मकान नं0 66 को 03 करोड़ रूपये में खरीदा गया और विंध्यवासीनीनगर कॉलोनी में ही एक दूसरा मकान 40 लाख रूपये में एग्रीमेण्ट कराया गया है।
अभियुक्तों से जब हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के बारे में पूछताछ किया गया तो अभियुक्त शिवबहादुर द्वारा बताया गया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस में आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र उपलब्ध होने पर 11 अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र चंडीगढ़ में परीक्षा से एक दिन पूर्व ही हल करा दिया गया। इस काम से अभी तक 07 लाख रूपये प्राप्त हुए है। इस सम्बन्ध में हिमाचल प्रदेश में अभियोग पंजीकृत होने तथा लोगों की गिरफ्तार के सम्बन्ध में अभियुक्त उपरोक्त को जानकारी हो गयी थी, इसी डर से हम लोग लुक-छिप कर रह रहे थे।
उपरोक्त दोनों अभियुक्तों को थाना कैण्ट, जनपद वाराणसी में दाखिल कर अग्रिम विधिक व ट्रांजिस्ट रिमांड आदि की कार्यवाही हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही है।
वाराणसी से प्रियंका पटेल की रिपोर्ट