डीएम की अध्यक्षता में मेडिकल कालेज के छात्र द्वारा कैंडल जलाकर बनाया मानव श्रृखंला
सूरज गुप्ता
सिद्धार्थनगर : जनपद को तम्बाकू मुक्त बनाये जाने के सम्बन्ध में बीएसए ग्राउण्ड में जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0, मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया की उपस्थिति में विभिन्न स्कूलों के शिक्षक, छात्र, छात्राएं, मेडिकल कालेज के छात्र द्वारा कैंडल जलाकर मानव श्रृखंला बनाया गया। विश्व में मृत्यु के रोकथाम योग्य कारणों मे तम्बाकू का सेवन प्रमुख हैं, तम्बाकू का ज्यादा सेवन जनस्वास्थ्य के बड़े खतरे में ही एक ही भारत में तम्बाकू सेवन का बढता प्रचलन गम्भीर चिन्ता का विषय खासकर युवा एवं बच्चों में तम्बाकू सेवन के दुस्प्रभाव से बचने के लिये सिगरेट तथा अन्य तम्बाकू उत्पाद तथा व्यापार व विपणन उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण 6 विनियमन अधिनियम 2003 लागू किया हैं। स्वास्थ्य सम्बन्धी बढते समस्या को देखते हुये भारत सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय तम्बाकू नियन्त्रण कार्यक्रम के अर्न्तगत तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 का आयोजन किया जा रहा हैं, जिससे तम्बाकू मुक्त सिद्वार्थनगर की परिकल्पना को सिद्ध करने हेतु आज दिनांक 14.11.2024 को बेसिक शिक्षा अधिकारी सिद्धार्थनगर के प्रांगण में तम्बाकू मुक्त सिद्धार्थनगर के अन्तर्गत तम्बाकू मुक्त युवा अभियान सिद्धार्थनगर 2024 के कार्ययोजना के अनुसार मेडिकल कालेज/केन्द्रीय विद्यालय के छात्रों द्वारा तम्बाकू मुक्त सिद्धार्थनगर के अर्न्तगत बीएसए ग्राउण्ड पर 100 मी0 चित्राकंन एवं सजावट कार्यक्रम (दिया एवं मोमबत्ती के द्वारा सजावट) का कार्य किया जाना है। उक्त कार्यकम में जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 द्वारा उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुये अवगत कराया गया कि तम्बाकू का ज्यादा सेवन जनस्वास्थ्य के बड़े खतरे में एक है। भारत में तम्बाकू सेवन का बढता प्रचलन गम्भीर चिन्ता का विषय है। खासकर युवा एवं बच्चों में तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभाव से बचने के लिये सिगरेट न सेवन करने के लिये जनता से आहृवान किया गया। जिससे टी0बी0, कैंसर आदि रोगों से जनपद को मुक्त किया जा सकें। इस कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, नोडल अधिकारी एनसीडी डा0 आशीष अग्रहरी, जिला मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी, एपिडिमियोलाजिस्ट समीर कुमार सिंह आदि जनपद स्तरीय अधिकारी/कर्मचारी एवं आशाएं मौजूद रहें।