सनातन का विस्तार ही मानवता की रक्षा का एक मात्र रास्ता . कृष्णा नन्द पाण्डेय।
रोहित सेठ
वाराणसी धरोहर संरक्षण सेवा संगठन द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे संस्कृति संवाद यात्रा की बैठक का ( पंद्रहवाँ पड़ाव ) डा. राम मनोहर लोहिया पी.जी कॉलेज , राजातालाब वाराणसी, मे आयोजित किया गया, कार्यक्रम
की अध्यक्षता विद्यालय के प्रबंधक श्री सुशील कुमार सिंह ने किया ।
मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा कि अपने वेदों व धर्मग्रंथों को पढ़ने व आत्मसात करने की जरुरत है , दुनिया की सारी समस्याओं का समाधान हमारे धर्मग्रंथों मे है, हमे पढ़ने की जरूरत है, लाल कपड़े में धर्मग्रन्थो सजा कर रखना , ठीक उसी प्रकार है जैसे गधे के पीठ पर गुड लाद दिया जाय , वो गंतव्य तक तो पहुँचा देगा, लेकिन उसे गुड़ का स्वाद मालूम नही होता।जब तक हम धर्मग्रंथों का अध्ययन नहीं करेंगे,तब तक सनातन रक्षा का सूत्र प्राप्त नहीं हो सकता है। हर सनातनी को साधक के साथ योद्धा बनना होगा । वक्ताओं मे श्री प्रदीप सिंह एड. ने कहा कि शान्ति सनातन संस्कृति के रास्ते पर चल कर सम्भव है
हमारी परम्पराएँ ही पूरी दुनिया को सुख की अनुभूति करा सकती है ,
श्री अंकेश गिरी ने कहाकि , सनातन संस्कृति विश्व का कल्याण हो
का उद्वघोष करती है , ऐसी परम्परा , संस्कृति की रक्षा के लिए हमे अपने
सर्वोच्च बलिदान के लिए तैयार रहना
होगा । डा.अखिलेश मिश्र ने संगठन के कार्य और उद्देश्य की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि सनातन समाज को संगठित होकर अपनी संस्कृति का विस्तार करने का समय आ गया है , पूरे विश्व का कल्याण
सनातन संस्कृति ही कर सकती है
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से सर्वश्री सुनील पटेल, प्रदीप पाठक, मनीष राजभर,बादल दूबे, राहुल उपाध्याय , मधुसूदन केसरी , रमेश सिंह,मधुकर चौबे,शुभम पाण्डेय , बृजेश उपाध्याय, दीपक यादव सहित
गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम का आयोजन श्री हरीशचन्द्र चौबे ने किया, कुशल संचालन श्री हरिओम दूबे ने किया , कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।