रिपोर्ट:प्रदीप पाण्डेय
हिन्दी प्रचार समिति बदायूं के बैनर तले ग्राम परौली बिल्सी मे कवि सम्मेलन आयोजित किया गया |जिसमें पंडित मदन मोहन मालवीय एवम् पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जंयती मनाई गयी |जिसमें मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी बिल्सी उमेश चंद्र रहें | कार्यक्रम की अध्यक्षता राम रक्षपाल मिश्रा जी ने की |
बिल्सी से पहुचे नरेंद्र गरल ने पढा –
बूँद बूँद मिल जाएगी तो जल दरिया हो जायेगा.
ऐसा रंग उड़ेगा भारत केसरिया हो जाएगा।।
सहसवान से पधारे शायर गुब्बार सहसवानी ने पढा…..
इसलिए कोई साथ नहीं
अच्छे मेरे हालात नही
चंदौसी से पधारे डां जयशंकर दुबे ने पढा
स्नेह मे तो सुधा सोच पीते गरल
प्रीत की रीत मे ना किसी का दखल
बदायूं से पधारे षटवदन शंखधार ने पढा
भारत के कवियो के स्वाभिमान थे
लेखनी मे शारदे का वरदान थे
बिल्सी से पधारे विष्णु असावा ने कहा
जर्जर काया बूढी माँ की घर में टूटी खटिया पर
चार चार बेटे है फिर उसे भरोसा लठिया पर
अशोक दुबे ने पढा
जीवन है बेसकेमती ना करना मधपान
नष्ट करो ना जानकर तुम बनो नादान
उसावां से पधारे अमित अम्बर ने कहा
देश मे अब फिर सियासत पल रही है
नित नये परिवेश मे है ढल रही है
जिनको दो दाने मयस्सर भी नहीं थे
उनके दरवाजे पे लंगर चल रही है
बिल्सी से पधारे ओजस्वी जौहरी ने पढा….
बफा की राह पे चलकर वफा नहीं मिलती
तलाश जिसकी है वो वफा नहीं मिलती
बिसौली से पधारे राजीव उपाध्याय ने पढा…
दीपक वाती के बिना भवन कहा उजियार
जो घृत डाले नेह का मिटे सभी अधियार
इसके अलावा शायर जुबैर, डां सतीश चंद्र शर्मा, अमित अम्बर, कासिम खैरवी, विवेक यादव, ने भी काव्य पाठ किया |कार्यक्रम संयोजक अशोक दुबे ने सबको शाल ओढाकर सम्मानित किया | ग्राम प्रधान हरद्वीरी लाल, तहज़ीब बाबू, रमेश चन्द्र मिश्र, रामशंकर उपाध्याय, सुभाष पाठक, उर्मिलेश पाठक, सुमित पाठक, वेदप्रकाश माहेश्वरी का विशेष सहयोग रहा |