
– न्याय पाने के लिए दर दर भटक रहा गरीव परिवार
–गरीब परिवार को लेखपाल अगम तिवारी के गलत निस्तारण से लाखो रूपाय की हुई हानी।
-बिना नोटिस ,बिना सूचना के नियमो की धज्जिया उड़कर अगम तिवारी ने चलवाया जबरीयन बुलडोजर
औरैया – ग्राम पंचायत पाता तहसील बिधूना जनपद औरैया के मूलनिवासी अमृद्दीन है ये बेरोजगार व भूमिहीन व्यक्ति है इनके पास पूरे देश मे काही एक इंच भी भूमि नही है
मामला इस प्रकार है ग्राम पंचायत पाता के मजरा ममरेजपुर आल की गाटा संख्या 583 जो कलिंदरी देवी उर्फ चंद्रकांति के नाम है उनसे अमृद्दीन ने प्लाट के रूप मे उनकी बनी इमारत से दक्षिण तरफ 60 फुट जमीन खरीदी थी तव 583 की भू स्वामिनी ने तहसीलदार के आदेश पर लेखपाल रामबाबू राठौर से पैमाइश करा कर सन 2017 मे भू स्वामिनी ने अमृद्दीन को प्लाट के रूप मे कब्जा करा दिया था जिसमे अमृद्दीन ने प्लाट पे कब्जा पाकर अपनी पक्की बुनियाद मिट्टी भरा कर पिलर आदि का निर्माण कर उसमे टीनशेड डालकर अपना चाय का खोखा रख कर जीवन यापन करने लगा था बाइनम उक्त प्लाट का इसलिए नही हो पाया क्यूकी नंवर भूमि धार नही है इसलिए अमृद्दीन ने भू स्वामिनी से नौटरी करा ली थी
उसी समय 588 के सहखातेदारों ने अपनी भूमि की पैमाइश करा कर पक्की नीव भर ली थी ओर सम्झौता पत्र पर दोनों पक्षो राजस्व विभाग व पुलिस बल के सामने सम्झौता पर हस्ताक्षर किए थे तव से कोई विवाद नही रहा
लगभग लगभग 9 वर्ष वीत जाने के बाद पड़ोसी 588 के सहखातेदारों ने 583 मे अपनी भूमि बताकर देहा लेखपाल अगम तिवारी से पैमाइश करा कर 50 फुट जगह अमृद्दीन के प्लाट से कब्जा ली लेखपाल ने बिना नोटिस के नियम को ताख पर रख कर 583 मे बना अमृद्दीन का बना आशियाना पर बुलडोजर चला दिया जिससे अमृद्दीन का लाखो का नुकसान हो गया
यह की अमृद्दीन ने बताया दिनाक 19/03/2025 व 02/04/2025 माननीय जिलाधिकारी महोदय औरैया को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई इसके बाद 21/04/25 व 23/04/25 को ऑनलाइन जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई परन्तु नतीजा डाँक के टिन पात साबित हुये लेखपाल अगम तिवारी फर्जी निस्तारण दल कर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहा है लेखपाल पर कार्यवाही न होने से उसके होसले बुलंद है
उदाहरण स्वरूप लेखपाल का कहना है की 583,588 के खातेदार दलित है तो मेरा कहना है जिस गाते से मीने जमीन खरीदी उनको रकवा क्या कम नापा जाएगा यहा पर ध्यान दिला दे की गाटा संख्या 583 मे क्रषी भूमि ,गेल ,बंजर व बगल मे गाटा संख्या 584 लगभग 3 डेसिमल का रास्ता है जो सरकारी अभिलेखो मे दर्ज है इस संबंध मे सन 2017 मे लेखपाल रामबाबू राठौर से की हुई पैमाइश के बारे मे पूछा तो उन्होने बताया की मेरी पैमाइश मे 2, 4 फुट का अंतर पद सकता है लेकिन 50 फुट का अंतर कभी नही हो सकता है उनका खाना है की यदि मुझे प्रशासन बुलाये तो मे दूध का दूध पनि का पनि कर दूंगा की फर्जी पैमाइश वर्तमान लेखपाल कर रहे या मे कर के गया प्रसासन चाहे तो उस पर मुकदमा होना चाहिए जिसकी पैमाइश गलत निकले
अब देखना ये होगा की राजस्व विभाग लेखपाल की हरकत के लिए जिम्मेदार कोन लेखपाल को मानता है प्रशासन गरीब के हित मे न्याय कर पाता है की नहीं