हरदोई ——मल्लावा थाना क्षेत्र के गांव जरेरा निवासी नवरंग सिंह राजपूत किसान हैं। उनके 6 बेटे-बेटियां हैं। तीसरे नंबर की बेटी संगीता राजपूत (22) डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) प्रथम वर्ष की छात्रा थी। उसकी शादी एक साल पहले बिलग्राम के माया प्रकाश (25) से तय हुई थी। 15 मई को बारात आनी थी। परिजनों ने बताया कि मेरी बेटी की दो दिन बाद बारात थी। बेटी दो साल पहले अपने ननिहाल कन्नौज के बद्दापुरवा गई थी। वहीं पर उसकी मुलाकात गांव के ही प्रेमचंद से हुई थी। प्रेमचंद संगीता से प्यार करता था। वह बेटी से शादी करना चाहता था। प्रेमचंद हलवाई का काम करता है। हम लोगों को रिश्ता मंजूर नहीं था। जब से उसको संगीता की शादी तय होने की बात पता चली थी, वो उसको परेशान कर रहा था। फोन करके धमकाता था। कहता था, तेरी ससुराल में फोन करके बता देंगे। दुल्हन की मां लक्ष्मी ने बताया कि मैं अपनी बेटी संगीता और साधना के साथ छत पर सो रही थी। रात करीब 3 बजे घर के बगल में बने मंदिर के सहारे प्रेमचंद अपने साथी दिनेश के साथ पहुंचा। दोनों के हाथ में तमंचा था। वह संगीता को खींचकर ले जाने लगा। हम लोग उसको रोकने लगे तो आरोपियों ने हम लोगों के साथ मारपीट की। प्रेमचंद मेरी बेटी का गला दबाने लगा। मैं और साधना शोर मचाकर सबको बुलाने लगे।यह देख प्रेमचंद ने संगीता के सीने में गोली मार दी और भाग गया। बेटी बेहोश होकर वहीं गिर गई। गोली की आवाज सुनकर परिवार के और लोग मौके पर पहुंचे। संगीता को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया
