
- विधि के विधान से ही सतयुग से कलयुग आता है।सत्य एवं न्याय से विमुख कलयुग का पतन पुनः सतयुग लाता है ।।
प्रयागराज।विधि के विधान में बंधकर यह समूची सृष्टि चलाएमान है यह अभिव्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज मेजा प्रयागराज के बकचून्दा निवासी राजेश तिवारी ने नवयुवक समाजसेवी एवं भाजपा मण्डल महामंत्री मेजा राजीव कुमार तिवारी(राजू) से उनके निज निवास लखनपुर मेजा रोड प्रयागराज में उनके भतीजी आयु०कु० सिमरन तिवारी के शुभविवाह के दरमियान कही।खबरीकरण कराते चले कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी एवं नवयुवक समाजसेवी तथा भाजपा मण्डल महामंत्री मेजा के बीच रिश्तेदारिक सम्बन्ध हैं और दोनों ही सम्भ्रान्त जन एक दूसरे के सुख-दुःख में अवश्य सहभागिता करते रहते हैं।इस वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत करने हेतु स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी लखनपुर मेजा रोड प्रयागराज में पधारे हुए थे।आपसी सौहार्दपूर्ण साहित्यिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विधि के विधान में बंधकर यह समूची सृष्टि चलाएमान है क्योंकि सूर्य का पूर्व में उगना एवं पश्चिम में डूबना एक विधि का विधान ही है।प्राणियों का रात में सोना एवं दिन में जागकर कर्म करना भी विधि का विधान ही है।इस संसार में प्रत्येक समय वही घटित होता है जो विधि का विधान है।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने नवयुवक समाजसेवी एवं भाजपा मण्डल महामंत्री मेजा के भतीजी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उसके कुशलता एवं दीर्घायु जीवन सहित सुख समृद्धि हेतु ईश्वर से विनयवत प्रार्थना भी की।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने आगे कहा कि संसार के किसी भी प्राणी द्वारा वही कर्म घटित होता रहता है जो विधि का विधान होता है दूसरे अर्थ में यह भी कहा गया है कि होइहि सोई जो राम रचि राखा,को करि तर्क बढ़ावै साखा।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि विधि के विधान से ही सतयुग से कलयुग आता है,सत्य एवं न्याय से विमुख कलयुग का पतन पुनः सतयुग लाता है।इस वैवाहिक कार्यक्रम में साहित्यिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी के साथ नवयुवक समाजसेवी एवं भाजपा मण्डल महामंत्री मेजा राजीव कुमार तिवारी(राजू) एवं सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश तिवारी सहित आस पास बहुत से क्षेत्रीय गणमान्य जन उपस्थित रहे।