विकास खण्ड बिजुआ में मनरेगा सहित स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत हुये भृस्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंच गई है।
बहुआयामी समाचार/मोहम्मद अशफाक
गोला गोकरण नाथ खीरी के बिजुआ ब्लॉक के रहने वाले स्वतंत्र पत्रकार ने ब्लॉक में तैनात मनरेगा के एक कंप्यूटर ऑपरेटर पर आरोप लगाते हुये ये शिकायत की थी कि पिछले 10 सालों से भी ज़्यादा समय से एक व्यक्ति ब्लॉक में तैनात रहते हुये अपने पद का दुरुपयोग करते हुये ब्लॉक की सर्वाधिक पंचायतों में प्रधानों पर दबाव बनाकर मनरेगा के तहत इंटरलॉकिंग की न सिर्फ ठेकेदारी की बल्कि मानकविहीन काम करवाया और मनरेगा के अंतर्गत फर्जी हाज़िरी लगाकर पचासों लाख के सरकारी धन का गमन किया इसके अलावा टेंडर प्रक्रिया के साथ साथ आवास मजदूरी,सहित तमाम मुद्दों की शिकायत के साथ साथ स्वच्छ भारत मिशन में शौंचालय शोकपिट,और कूड़ाघर में लाखों का गमन करने का आरोप लगाया गया था।

इसी मामले में पत्रकार दीपक पंडित को रंगदारी करने के मामले में और एक प्रधान को धमकाने के आरोप में जेल भेज दिया गया था जेल से निकलने के बाद दीपक ने बताया था कि मुझे खरीदने का प्रयास किया गया था जब मैं नही माना तो जांच को प्रभावित करने के लिये मुझे जेल भेज दिया गया और मनमाने ढंग से जांच कराकर मामले को दबा दिया गया
पिछले दिनों दीपक पंडित सूबे के मुखिया की अदालत में पहुंचकर पूरी बात बताई जिस पर मुख्यमंत्री ने न सिर्फ जांच बैठाई है बल्कि अधिकारियों ने जांच के बाद रिपोर्ट भी तलब की है।