बहुआयामी समाचार/मोहम्मद अशफाक गोला गोकरणनाथ खीरी। गोला पश्चिमी बीट के रत्नापुर गांव में बीती रात बाघिन ने घर में घुसकर एक बछिया और एक पड़िया का शिकार कर लिया। जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया रत्नापुर के लोगों ने बताया कि करीब रात 11:00 बजे जगतार सिंह के घर में घुसकर बाघिन ने खूंटे से बंधी पड़िया पर हमला कर दिया। पास में ही भैंस भी जंजीर से बंधी थी। पड़िया पर बाघिन को हमला करते देखा तो वह जंजीर तुड़ा कर बाघिन से भिड़ गई। शोर सुनकर घर के लोग भी टॉर्च जला कर देखने लगे जिससे बाघिन चली गई। जिससे वह पड़िया का शिकार करने में तो सफल हो गया परंतु उसे वह ले नहीं जा पाई और खेत की ओर चली गई। रात में ही ग्रामीणों ने वन कर्मियों को फोन करके घटना की जानकारी दी। मैलानी वन क्षेत्र के वनकर्मी ढाका ग्राम प्रधान को साथ में लेकर रात में गए परन्तु बाघिन वहां से जा चुकी थी जिससे थोड़ी देर रुकने के बाद वे अपने क्षेत्र में चले आए। ग्रामीणों का कहना है कि गोला रेंज के वनकर्मी रात में नहीं आए थे। रात करीब 2:00 वह पुनः पड़िया को उठाने के लिए जब घर में घुसने लगी। भय से जाग रहे लोग शोर गुल मचाने लगे जिससे वह वहां नहीं घुस सकी परन्तु उसने थोड़ी दूर पर रंजीत सिंह के घर में घुसकर बछिया पर हमला कर दिया और उसे उठाकर गन्ने के खेत में चली गई। पूरी रात बाघिन के भय से लोग जागते रहे। शनिवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे बाघिन अपने तीन शावकों के साथ पुनः रत्नापुर मार्ग पर दिखाई दी जिससे लोगों में दहशत फैल गई। मार्ग पर निकल रहे बाइक सवारों को रोक कर ग्रामीण आगे बाघिन के होने की जानकारी देने लगे। जिससे लोग काफी देर तक रुक रहे। रत्नापुर में कई दिनों से शावकों के साथ बाघिन के देखे जाने से लोग भयभीत हैं कि कहीं पुनः कोई प्रदीप कुमार की तरह बाघिन का शिकार न बन जाए। घटनास्थल पर पहुंचे गोला रेंजर संजीव तिवारी फॉरेस्टर अफजल खान ने घटनास्थल पर पहुंचे फॉरेस्टर अफजाल खान,वनदरोगा,अंकित बाबू, सहित आदि वन टीम ने मौका मुआयना कर जगतार सिंह व रंजीत सिंह के फार्म पर शाम 6:00 बजे दो पिंजरा बाघिन को पकड़ने के लिए लगवाया तथा क्षेत्रवासियों को सतर्क रहने की हिदायत दी। फारेस्टर ने बाघिन द्वारा पशुओं का शिकार किए जाने की पुष्टि की। 24 जून को सतनाम सिंह के बछड़े पर किया था हमला 24जून को सतनाम सिंह पुत्र दिलीप सिंह के घर पर लगभग दिनके 12.बजे बाघ ने अचानक घर में घुसकर बछड़े पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। सतनाम सिंह ने बताया कि इससे पहले भी कई पशुओं पर बाघ हमला कर चुका है।
