अफजलगढ़ में ई-रिक्शा बना मौत की सवारी मासूम बच्चों को ठूंस-ठूंसकर भरा जा रहा, हादसे का इंतजार कर रहा प्रशासन ।अफजलगढ़ संवाददाता शाहवेज अहमद। अफजलगढ़। नगर में ई-रिक्शा चालकों की बेलगाम लापरवाही अब जानलेवा रूप लेती जा रही है। ये चालक अपनी कमाई के लालच में छोटे-छोटे बच्चों की जान से खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहे। बेकाबू भीड़, ओवरलोडिंग और सुरक्षा की पूरी अनदेखी ये ई-रिक्शा अब किसी चलते-फिरते खतरे से कम नहीं हैं। शनिवार को बस अड्डे के पास एक ई-रिक्शा में जो दृश्य नजर आया, वह हैरान कर देने वाला था। मासूम बच्चे ई-रिक्शा के पीछे खड़े थे, वहीं पीछे से रोडवेज बस आ रही थी। ज़रा सी चूक होती तो बड़ा हादसा तय था। यह कोई एक दिन का मामला नहीं, बल्कि आए दिन ई-रिक्शा चालक इसी तरह ठूंस-ठूंस कर सवारियां भरते हैं। नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। न कोई रोक-टोक, न किसी तरह की कार्यवाही। बच्चों को इस तरह लटकाकर ले जाना किसी अपराध से कम नहीं स्थानीय नागरिकों ने गहरी नाराज़गी जताते हुए कहा कि अगर कोई हादसा होता है तो क्या प्रशासन जिम्मेदारी लेगा क्या ई-रिक्शा चलाने वालों पर कोई निगरानी नहीं है क्या किसी की जान जाने का इंतजार है परिवहन विभाग और प्रशासन को अब नींद से जागना होगा। ओवरलोडिंग, खासकर बच्चों के मामले में, सख्त कार्यवाही जरूरी है। अन्यथा, यह लापरवाही किसी दिन किसी मासूम की जान ले सकती है, और तब जागने का कोई फायदा नहीं होगा।
