महगूखेड़ा गांव में प्राचार्य द्वारा शिक्षामित्र की पिटाई में आया नया मोड।
शिक्षामित्र के खिलाफ प्राचार्य ने कई तहरीर दिया डीएम एसपी व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी तहरीर अगर यह अधिकारी प्राचार्य की तहरीर का लेते संज्ञान ऐसी नहीं होती घटना घटित आए दिन शिक्षामित्र प्राचार्य को धमकाती थी
लखीमपुर खीरी। मालूम हो कि लखीमपुर के सदर ब्लाक के गांव म्हगुखेड़ा में 24 जून को शिक्षक द्वारा शिक्षामित्र की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके चलते अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुये मौका मुआयना कर प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया था। और उसको खीरी थाने की पुलिस के द्वारा जेल भी भेजा गया था। लेकिन यहां मौके पर कुछ लोगों ने पहुंचकर जांच पड़ताल किया तो हकीकत कुछ और बयां कर रही है वही ग्रामीणों की मानें तो आज शिक्षामित्र देर से स्कूल पहुंचती थी। जिसके चलते प्राचार्य अजीत कुमार और शिक्षामित्र सीमा देवी के बीच काफी बात हो जाती थी जिसके चलते लोगों की मदद से बचपना समझौता भी हो जाता था गांव वालों की आवाज में कार्य करने वाली रसोइयों की माने तो प्राचार्य बहुत सीधे स्वभाव के थे और वह हमेशा स्कूल समय से आते और जाते थे। जिसके चलते वह शिक्षामित्र से काफी नाराज रहते थे क्योंकि शिक्षामित्र देर से आती थी और कुछ देरी का कारण पूछे जाने के बाद प्रचार से काफी तू तू मैं मैं वह लड़ाई पर आमादा हो जाती थी। जिसके चलते हाजिरी को लेकर भी कई बार आपस में विवाद भी हो चुका था। लेकिन गांव के लोगों में ग्राम प्रधान की मध्यस्ता के चलते उन दोनों लोगों में सुलह समझौता हो जाता था। विगत 24 तारीख को भी प्राचार्य अजीत कुमार अपने विद्यालय महगूखेडा को समय से पहुंचे थे। और वह विद्यालय में सभी बच्चों की हाजिरी लगा रहे थे। जिसके पश्चात काफी देर बाद वहां शिक्षामित्र सीमा देवी उपस्थित हुई और अपना रजिस्टर को मांग कर उसमे हाजिरी भी लगानी चाही। लेकिन काफी देर के बाद आने का प्राचार्य अजीत कुमार ने शिक्षामित्र कारण पूछा तो वह विना बताये ही रजिस्टर मे उपस्थिति की हाजिरी लगाने लगी। जिस पर विद्यालय मे उपस्थित का समय 7:30 बजे अं किया किया. जिसको लेकर प्रधानाचार्य व सीमा देवी में आपस में काफी विवाद हो गया जिसके चलते सीमा देवी ने प्राचार्य के ऊपर चप्पल निकाल के प्रहार कर दिया। देखते-देखते प्राचार्य ने भी सीमा देवी की चप्पल उठा कर सीमा देवी के ऊपर जड़ दिया। इसी बीच किसी ग्रामीण ने उनका वीडियो वायरल कर दिया जिसके चलते प्रधानाचार्य को खामियाजा भुगतना पड़ा लेकिन गांव में काम करने वाली रसोइयों की मानें तो गलती तो शिक्षामित्र की है लेकिन भुगतना प्राचार्य को पड़ रहा है।