औरैया। योगी सरकार ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्यो के लिए करोड़ों रुपए भेजती लेकिन ग्राम प्रधान विकास कार्यों में निधि खर्च न कर अपने सुख सुविधा जुटाने में खर्च कर रहे है योगी सरकार चाहे कितने जतन कर ले लेकिन घपला होने से कभी रोक नहीं पायेगी प्रशासन में बैठे अधिकारी प्रधान के खिलाफ जांच करने से कतराते रहते हैं ग्राम प्रधानों के खिलाफ शिकायतें मिलने के बावजूद जांच के नाम पर खानापूर्ति कर सारा मामला रफा-दफा कर दिया जाता है ग्राम प्रधान विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा भेजी गई विकास निधि से हल्के फुल्के विकासकार्य कराकर दिखा दिए जाते है उसके बाद होता है विकास निधि का आपस में शुरू होता हैबंदरबांट का खेल विकास कार्य सिर्फ कागजों में ही दौड़ कर रह जाते है जनता को खबर तक नहीं लगती है ऐसा ही मामला विकासखंड औरैया क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत मिहौली का निकलकर सामने आया है बताते चलें 1 सप्ताह पहले एक पत्रकार द्वारा तालाब में हो रहे कार्य में प्रधान पति गोविंद सिंह रोजगार सेवक बृजेश कुमार अपने चाहतों को काम पर लगाता है और जो अति गरीब भूमिहीन विधवा महिलाओं व पुरुषों को कामपर नहीं लगाया जाता है प्रधान पति और रोजगार सेवक द्वारा लगभग एक दर्जन अपने चाहतों को ₹1000 का लालच देकर उनके खातों में फर्जी तरीके से ₹5000 से लेकर ₹10000 तक डलवाकर उनसे जबरन निकलवा लिए जाते हैं 1 खाताधारक विकलांग मजदूर देवेंद्र कुमार पुत्र रामनाथ खाता में ₹6000 अतिरिक्त डालकर जबरन निकलवा ली गई और उसको धमकी दी गई अगर किसी को बताया या अधिकारी से शिकायत की तो तुम्हारा भविष्य खराब कर देंगे और कुछ खाताधारकों में बलवंत सिंह पुत्र रामनाथ देशराज पुत्र तुलसीराम ने प्रधान पति व रोजगार सेवक के डर से धनराशि को निकाल कर दे दी प्रधान पति वाह रोजगार सेवक द्वारा किए गए कार्यों में कपड़ों की खबर चलाई तो दोनों लोग ने बौखला करो पत्रकार राघवेंद्र सिंह विकलांग मनरेगा मजदूर देवेंद्र कुमार एक अन्य साथी मिथिलेश कुमार के ऊपर ₹50000 की रंगदारी मांगने झूठी शिकायत सदर कोतवाली औरैया में दे दी अगर शासन प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायत मिहौली में हो रहे कार्यों व आई हुई विकास निधि की जांच कराई जाए तो सारी असलियत सामने निकल कर आ जाएगी।
रिपोर्टर – रजनीश कुमार