बदायूँ : जिला युवा कल्याण एवं प्रा0वि0द0 अधिकारी रूहैल आजम ने अवगत कराया है कि जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम 20 अगस्त को ब्रहाम्मण धर्मशाला निकट भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा पर प्रातः 11 बजे से प्रारम्भ होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में जनपद के समस्त विद्यालयों के प्रतिभागी प्रतिभाग कर सकते है। जनपद की छुपी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किए जाएगें। युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल विभाग के तत्वाधान में राष्ट्र निर्माण एवं सामाजिक कार्यक्रमों में युवाओं के योगदान हेतु कार्यक्रमों के कार्यान्वयन योजनान्तर्गत एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। युवा उत्सव राज्य स्तरीय चयन प्रतियोगिता हेतु निर्धारित मानक लोकनृत्य के लिए प्रत्येक दल के लिये अधिकतम प्रतिभागी कलाकारों की संख्या 20 अनुमन्य है जिसमें संगत कलाकारों की संख्या भी सम्मिलत है। कोई भी दल केवल बालकों, बालिकाओं या दोनों को मिलाकर संगठित किया जा सकता है।

नृत्य या तो आदिम प्रक्रति (प्रिमिटिव) या लोक शैली (भारतीय शैली) में आबद्ध हो सकता है, किसी भी स्थिति में शास्त्रीय नृत्य शैली इस वर्ग में सम्मिलित नहीं होगी। नृत्य नाटिका (बैले) अनुमन्य नहीं है। नृत्य की समयावधि 15 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिये। मंच व्यवस्था (स्टेज) के लिए 05 मिनट अतिरिक्त दिये जायेंगे। नृत्य में प्रस्तुत किये जाने वाला गीत, यदि कोई हो, की विषयवस्तु और गीत की तीन प्रतियां निबन्धन ,प्रवेश-प्रपत्र के साथ समर्पित करनी है। कार्यक्रम समाप्ति के तुरन्त बाद, प्रतिभागी दल का दायित्व होगा कि वह मंच सामग्री (सेहस/प्राप्त) तत्काल हटा लें। निर्णय लय और ताल, नृत्य रचना (कोरियोग्राफी), वेशभूषा, रूपसज्जा, मंचशिल्प तथा सम्पूर्ण प्रभाव पर आधारित होगा। पूर्व ध्वन्यांकित संगीत (टेप, कैसेट आदि) के उपयोग की अनुमति इस कार्यक्रम के अन्तर्गत नहीं है।

लोकगीत एक समूह से अधिक से अधिक 10 गायक हो सकते हैं। लोकगीत भारतीय गीतों से लिया गया हो तथा वह किसी भी क्षेत्रीय भाषा में हो सकता है। कोई भी फिल्मी गीत प्रस्तुत न किया जाये। लोकगीत के हित के अधिकतम समय-सीमा 07 मिनट होगी। समूह के लिये 04 मिनट से अधिक का समय न लिया जाये। इस कार्यक्रम में निर्णय का मुख्य आधार केवल गीत की गुणवत्ता होगी मेक की रूपसज्जा वेशभूषा और दल के आधार पर होगी। एकांकी नाटक की अवधि अधिक से अधिक 45 मिनट की होगी। समय की गिनती देने या दल द्वारा परिचय देने जो भी आरम्भ होगी रखा और मंच को खाली करने का विशेष ध्यान रखा जाये। मंच को सेटिंग और उठान के लिए समय लंच का प्रभार ग्रहण करके किया जायेगा। प्रस्तुतकर्ताओं की संख्या 12 से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रतिभागी दल अपने सूचना देने पर कराये। नाटक केवल हिन्दी या अंग्रेजी में हो। सेट/मंच की सम्पत्ति मेकअप का सामान लेकर आयें। तथा सामान्य सम्पत्ति जैसे पूर्व जा सकते हैं। प्रतिभागी दल का प्रभारी कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण से 02 घण्टे पूर्व प्रतियोगिता से मिलें। निर्णय केवल नाटक की गुणवत्ता, उद्देश्य अभिनय, मंच की सजावट प्रभाव इत्यादि पर आधारित होगी।

एकल शास्त्रीय संगीत प्रस्तुतिकरण हिन्दुस्तानी कर्नाटक- इन कार्यक्रमों का अधिकतम समय 15 मिनट होगा। मंच, माई, सहयोगी की सैटिंग, वाद्ययन्त्रों को ध्वनि जांच करने आदि व अतिरिक्त सिनेमा संगीत/गीत का उपयोग अनुमन्य नहीं है। राग और स्वर-रचना में समयानुकूल विचार और सावधानी बरतक जानी चाहिए। निर्णय का आधार प्रस्तुति की गुणवत्ता, यथा-सवर, ताल गायन (रेसाइटल), राग का चयन संगीत पर आधारित होगी। एकल शास्त्रीय वाद्य-वादन (सितार, बांसुरी, तबला, वीणा मृदंगम) -प्रतिभागी अपना वाद्ययन्त्र साथ लायेंगे। वाद्या वादन कार्यक्रम हिन्दुस्तानी अथवा कर्नाटकी शैली में प्रस्तुत किया जायेगा। सितार, बांसुरी और वीणा के लिए 15 मिनट एवं तबला तथा मृदगंभ के लिए 10 मिनट निर्धारित है। मंच मावक संगीत, कलाकारों के बैठने की व्यवस्था आदि में अतिरिक्त 05 मिनट दिये जायेंगे। निर्णय का आधार गुणवत्ता प्रस्तुत्ति स्तर, अनुशासन स्वर, संगीत रचना (कम्पोजिशन) और सामान्य प्रभाव होगा। हारमोनियम (लाईट) इसके लिये 10 मिनट का समय निर्धारित है। मंच माईक आदि की व्यवस्था के लिए अतिरिक्त 35 मिनट दिये जायेंगे। प्रतिभाग को आपना वाद्ययंत्र स्वयं लाना होगा। कार्यक्रम सुगम संगीत में प्रस्तुत किया जाना चाहिए, फिल्मी संगीत अनुमन्य नहीं है। लय तकनीक, समायोजन (कोहरेन्स) प्रस्तुति अनुशासन, सामान्य प्रभाव आदि गुण निर्णय का आधार होंगे।

गिटार : इसके लिये अधिकतम 10 मिनट का समय निर्धारत है। मंच माईक आदि की व्यवस्था के लिए अतिरिक्त 05 मिनट दिये जायेंगे। प्रतिभागी को आपना वाद्ययंत्र स्वयं लाना होगा। कार्यक्रम भारतीय अथवा पश्चिमी संगीत शैली में प्रस्तुत किया जाना चाहिए। निर्णय का आधार प्रस्तुति की गुणवत्ता, यथा-लय, समायोजन (कोहेरेन्स), तकनीक अनुशासन, वाद्ययंत्र प्रभाव आदि होंगे। शास्त्रीय नृत्य (मणिपुरी/ओडिसा/भारतनाट्यम/कथक/कुचिपुडी) प्रत्येक प्रतिभागी को प्रस्तुति के लिए अधिकतम 15 मिनट दिये जायेंगे। मंच, माईक, संगत-कलाकारों के बैठने की व्यवस्था वाद्ययंत्रों की ट्यूनिंग आदि व्यवस्था के लिए 05 मिनट दिये जायेंगे। ताल और तकनीक, लय, अभिनय, तथा भावभिव्यक्ति वेशभूषा, पद-संचालन और समग्र प्रभाव माने जायेंगे। नृत्य के विषय (कक्षा सहित, यदि हो) तथा प्रस्तुति के सहयोगी गीत (यदि हो) पर गीत के हित एक टिप्पणी तीन तीन प्रतियों में निबंधन के समय समर्पित की जानी चाहिए। एक्सटम्पोर (इलाक्यूशन) : भाषा हिन्दी अथवा अंग्रेजी होगी। प्रस्तुति के लिए प्रतिभागी को 04 मिनट दिये जायेंगे। प्रतिभागी विषय अंकित पुर्जा पात्र से उठायेंगे। उन्हें उठाये गये पुर्जा पर अंकित विषय पर बोलने का अवसर। दिया जायेगा।

वाचन की स्पष्टता, प्रवाह यचनित विषय की प्रसांगिक प्रस्तुति वाक्यों की अ-पुनरावृत्ति विषय की जानकारी। आदि के आधार पर निर्णय किया जायेगा। निर्णय का आधार प्रस्तुति की गुणवत्ता . लय, समायोजन (कोहेरेन्स), तकनीक, प्रभाव आदि होंगे। सम्पर्कसूत्र जिला युवा कल्याण अधिकारी मो०न० 9457392655, व्यायाम प्रशिक्षक युवा कल्याण विभाग 8630971551, कनिष्ठ सहायक युवा कल्याण विभाग 9412602609 या कार्यालय जिला युवा कल्याण विभाग विकास भवन बदायूँ के कक्ष सं० 321 में सम्पर्क किया जा सकता है।

✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)

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