एमडी ब्यूरो/लखनऊ:उत्तर प्रदेश में आईएएस अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी के रिटायर होने के बाद गृह विभाग का अतिरिक्त प्रभार आईएएस अधिकारी संजय प्रसाद को दिया गया है।संजय प्रसाद वर्तमान में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं।इससे पहले अवनीश अवस्थी गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे।अधिकारी संजय प्रसाद 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और फिलहाल सीएम योगी के प्रमुख सचिव हैं। बता दें कि उनके पास सूचना विभाग की जिम्मेदारी भी पहले से है लेकिन अब वो गृह विभाग की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी संभालेंगे।

ईमानदार अफसर माने जाते हैं संजय प्रसाद

संजय प्रसाद की छवि एक ईमानदार आईएएस अधिकारी की है और उन्हें सीएम योगी का भी पसंदीदा अफसर माना जाता है। संजय प्रसाद मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई भी बिहार में ही हुई है।साल 1995 में सिविल सेवा परीक्षा में चुने जाने के बाद यूपी कैडर मिला तब से वो उत्तर प्रदेश में प्रसाशनिक अधिकारी के तौर पर काम कर रहे हैं।

संजय प्रसाद रह चुके है गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी

आईएएस संजय प्रसाद की पहली पोस्टिंग मुजफ्फरनगर में अस्टिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई थी और बाद में उन्होंने गोरखपुर के चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर के रूप में भी काम किया। सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में ही उनकी कार्यशैली से प्रभावित हुए और उनके पसंदीदा अधिकारियों में शामिल हो गए।

सीएम के टीम 9 का हिस्सा रहे हैं संजय प्रसाद

संजय प्रसाद मुख्यमंत्री के टीम 9 का हिस्सा भी रह चुके हैं और यूपी में इनवेस्टर्स समिट का सफल आयोजन कराने का श्रेय भी संजय प्रसाद को ही जाता है। माना जाता है कि राज्य में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इन्होंने लगातार कई काम किए और योजनाएं बनाई।करीब साढ़े तीन साल तक केंद्र सरकार में काम करने के बाद साल 2019 में इनके मूल कैडर में संजय प्रसाद की वापसी हुई जिसके बाद उन्हें यूपी में इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट विभाग का सचिव बनाया गया था।

अवनीश कुमार थे योगी के पसंदीदा अफसर

इससे पहले यूपी के गृह विभाग में अपर सचिव का दायित्व निभा रहे अवनीश अवस्थी बुधवार को रिटायर हुए थे।वो भी सीएम योगी के पसंदीदा अफसरों में से एक थे।पहले ये अटकलें लगाई जा रही थी की राज्य सरकार उनके कार्यकाल को कुछ महीनों के लिए बढ़ा सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके बाद संजय प्रसाद को गृह विभाग का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया।

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