बदायूं/उत्तर प्रदेश : युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र बदायूं द्वारा गंगा को अविरल और स्वच्छ बनाने के लिए नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत जनपद स्तरीय युवा सम्मेलन का आयोजन जे एस कॉलेज उनौला बदायूं के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद डॉ संघमित्रा मौर्य,मुख्य वक्ता एनएसएस के जिला नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार जायसवाल एवं जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर एवम दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सांसद ने सम्मेलन में युवा वक्ताओं तथा गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने में जागरूकता पैदा करने वाले युवाओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया । नमामि गंगे परियोजना में युवाओं की सहभागिता विषय पर आयोजित युवा सम्मेलन में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते सांसद डा संघमित्रा ने कहा हमारे देश में स्वामी विवेकानंद जैसे युवा पैदा हुए जिन्होंने देश के युवाओं को एक नही प्रेरणा दी तथा युवाओं को निडर रहने और लक्ष्य की प्राप्ति करने हेतु उनका कर्तव्य बोध कराया ।
उन्होंने कहा कि आज भी देश में विवेकानंद जैसे युवा विद्यमान हैं, वस उन्हें अपनी शक्ति को पहचानकर देश और समाज के लिए कार्य करने की आवश्यकता है । सांसद ने कहा कि गंगा जीवनदायिनी मां है, जिससे हमें जल, खनिज लवण तथा अनेक प्रकार की औषधियां प्राप्त होती हैं,।अतः युवा आगे आकर गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने का पुनीत कार्य करें, जिससे राष्ट्र में युवाओं की एक नई पहचान बनेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष उमेश सिंह राठौर ने युवाओं से आह्वान किया कि जिस प्रकार एक सच्चा सिपाही अपने देश की सीमा की रक्षा करता है उसी प्रकार युवाओं को आगे आकर गंगा मां को प्रदूषण से मुक्त करने का संकल्प लेना चाहिए । डॉ दिनेश यादव ने इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत नेहरू युवा केंद्र बदायूं द्वारा 67 ग्राम पंचायतों के 670 युवाओं को प्रशिक्षित किया है, जो अपने अपने ग्राम में गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने हेतु जन जागरूकता अभियान चलाएंगे।
सम्मेलन के मुख्य वक्ता डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि भौतिकतावादी संस्कृति ने प्रकृति का दोहन कर मानव जीवन के लिए खतरा पैदा किया है। नई पीढ़ी इस संस्कृति को सामाजिक प्रतिष्ठा मान अंधानुकरण कर रही है जो अपने भविष्य और अस्तित्व के प्रति चुनौती है। युवा प्राकृतिक जीवन शैली को कुछ अंश में अपना कर, प्रकृति के प्रति संवेदनशील बने। युवाओं को गौरवशाली भारतीय परंपरा के प्रति निष्ठावान होकर जल जंगल जमीन की चिन्ता करनी होगी और आमजन को जागरूक करना होगा । सम्मेलन में पीलीभीत के जिला युवा अधिकारी शिवम शर्मा, राजकीय महाविद्यालय आवास विकास के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ सतीश यादव,जे एस कॉलेज के प्रबंधक नरेंद्र यादव, प्रबंध निदेशक विकास यादव,अवनीश सोलंकी,भावेश प्रताप, रुचि द्विवेदी,पूर्णिमा गौर, संजीव श्रीवास्तव,अर्जुन सिंह,केशव गोपाल, कोमल यादव,रिंकू उपाध्याय, नेहा गुप्ता,अहमद परवेज,संचित सक्सेना, अंकित सक्सेना आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर सुनील कुमार, कार्तिक सक्सेना, रिंकू यादव, राहुल यादव, नीलम, कमलेश देवी, खुशबू राघव, इंद्रजीत, विक्रम पुरी, प्रशांत माहेश्वरी, मनोज कुमार, ओमपाल आदि उपस्थित रहे। समापन पर सांसद ने वक्ताओं और अच्छे कार्य करने वाले युवाओं को प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन रवेंद्र पाल सिंह तथा युवाओं और अतिथियों का आभार डीपीओ नमामि गंगे अनुज प्रताप सिंह ने किया।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल) 9058426315