आसिफ रईस जिला प्रभारी बिजनौर
स्योहारा/शब-ए-बारात का महीना आते ही दीनी तालीम हासिल करने वाले बच्चो के इम्तहानों का सिलसिला सुरु हो जाता है, इसी के चलते मस्जिदों व मदरसों में दीनी जलसों का दौर भी सुरु हो जाता है इन जलसों में साल भर तालीम हासिल करने वाले बच्चो के इम्तेहान के नतीज़ों का ऐलान किया जाता है साथ ही सनद व सर पर पगड़ी बांध ऐजाज़ से नवाज़ा जाता है।
इसी सिलसिले के चलते नगर के हिन्दू चौधरियान मोहल्ले की पुरानी मस्ज़िद (सुनहरी मस्ज़िद) के मदरसा तालीमुल कुरान-मत-तहसील में पढ़ने वाले बच्चो के मुफ़्ती उबैद ने इम्तेहान लिए।
प्रोग्राम में मस्ज़िद के इमाम मुफ़्ती मुक़ीम उर्रहमान ने क़ुरआन की अहमियत पर तक़रीर की कहा कि क़ुरआन की तालीम हासिल कर उसके 30, पारे अपने दिलो दिमाग़ में महफ़ूज करने वाले हाफ़िज ए क़ुरआन का मुक़ाम आला मुक़ाम का दर्जा रखता है।हमे चाहिए कि अपने बच्चो को बाक़ी तालीम के साथ साथ क़ुरआन की तालीम दिलाने में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
आज के इस प्रोग्राम में इमामे मस्ज़िद मुफ़्ती मुकीम उर्रहमान, मुफ़्ती उबैद उर्रहमान,मौलाना कैफ़ फरीदी, व मदरसा इंतजामिया कमेटी के लोगो के अलावा आलिम हज़रात की मौजूदगी रही।