भारत में लोकतंत्र सिर्फ नाम का बचा है क्योंकि जो मीडिया है वह बिल्कुल पूर्ण तरीके से अपनी महत्वता खो चुका है भारत का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला मीडिया केंद्र सरकार वह कुछ उद्योगपतियों का दलाल बन कर रह गया है सिर्फ उद्योगपति और मीडिया के बड़े-बड़े चैनल करोड़ों करोड़ों रुपए का घोटाला करके सच की खबर ना दिखाते हुए झूठ का बोलबाला कर रखा है?
भारत के हालात से सभी लोग भलीभांति परिचित है लेकिन कोई भी मुखर आवाज रख कर बोलना नहीं चाहता और कोई चाहता भी है तो या तो उसके खिलाफ ईडी सीबीआई एक हो जाती है और तमाम प्रकार के जांच सवाल उड़ने लगते हैं पर यह देखने वाली बात है कि जहां जहां पर जब चुनाव होने चल रहते हैं वहीं पर यह जांच एजेंसी बड़ी मुस्तैदी से काम करते हैं अच्छी बात है होना भी चाहिए लेकिन यह जांच के घेरे में वह सब भी आए जो केंद्र सरकार की पार्टी मैं मंत्री विधायक बने हुए हैं लेकिन उन पर कोई आंच नहीं आती?
भारत में 7 नेशनल पार्टियां और 29 सौ से ज्यादा छोटी पार्टियां है तमाम संगठन संस्थाएं हैं आज 12 लोगों को छोड़कर सभी लोग के मुंह पर ताला लगा हुआ है मेरी गुजारिश है आप सभी से और निवेदन है कि 2024 के चुनाव से पहले सभी लोग एक मंच पर आ जाएं ताकि भारत गुलाम होने से बचे जिसकी आज भारत को सख्त जरूरत है और यह तभी संभव हो सकता है जब आप सभी लोग अपने छोटे हितों और मतों को छोड़कर एक साथ एक मंच पर आवाज दें कि हम सब एक हैं और तभी जाकर इस सरकार को हराया जा सकता है नहीं तो कुछ भी संभव नहीं जब पढ़े-लिखे लोग एक साथ नहीं आ सकते तो अशिक्षित लोगों को आप कैसे समझा सकते हैं वह तो पहले ही 5 किलो राशन के चक्कर में अपने हक अधिकार की बात नहीं करना चाहता इसीलिए तो केंद्र सरकार ने 80 करोड़ जनता को लॉलीपॉप थमा रखा है ताकि वह सिर्फ जीवन बिताएं और उसी को विकास समझे हम सभी को एक होने की जरूरत है जाति धर्म संप्रदाय राज्य गांव से भी ऊपर उठकर इस भारत को फिर से मजबूत और विकासशील प्रगतिशील बनाना है तो सबका साथ होना चाहिए तभी हमारी बहन बेटियों की आबरू बचाई शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार की बात होगी अगर आप सभी लोग साथ हैं तो एक बड़ा जन आंदोलन हो सकता है नहीं तो भारत कुछ ही सालों में बहुत बुरे हालात होने वाले हैं जिससे लोग बेखबर हैं
आज भारत के अनेक राज्यों में कहीं पर खालिस्तान की मांग उठती है तो कहीं पर हिंदू राष्ट्र की मांग उठती है आखिर क्यों ऐसा हो रहा है जब भारतीय संविधान मैं भारत मतलब इंडिया इंडिया मतलब भारत और कुछ भी नहीं और जो लोग अन्य भारत का नाम रखना चाहते हैं उन पर तुरंत कार्रवाई हो चाहे वह कोई भी हो तभी यह बढ़ते हुए गलत मांगों को रोका जा सकता है
बहुआयामी राजनीतिक पार्टी राज्य प्रवक्ता उत्तर प्रदेश धमेंद्र कुमार कनौजिया