स्योहारा जनपद बिजनोर
कई बीमारियों से बचाता है रोजा कसरत से करो इबादत ईमान की मिलेगी दौलत डॉक्टर रईस अहमद अंसारी उप संपादक एसपीएन न्यूज़ अखिल भारतीय प्रेस क्लब संगठन मंत्री बिजनौर स्योहारा रोजा रखना फर्ज है यह महीना इबादत रियाजत सदाकत वे खैरात और गरीबों की मदद खासतौर पर करें इस्लामी कैलेंडर के 12 महीनों में 1 माह रमजान उल मुबारक का होता है इस माह में 30 रोजे रखे जाते हैं
डॉक्टर रईस अहमद अंसारी उप संपादक एसपीएन न्यूज़ अखिल भारतीय प्रेस क्लब संगठन मंत्री ने कहा है कि रमजान में ज्यादा से ज्यादा सदका दें उन्होंने बताया कि रमजान उल मुबारक को तीन भागों में बांटा गया है पहला रहमत दूसरा मगफिरत तीसरा जहन्नम से आजादी का परवाना उन्होंने कहा कि अरकाने इस्लाम में से रोजा भी एक उन्हें जो रमजान उल मुबारक के महीने में फर्ज किया गया और रोजा ऐसी इबादत है जो पहले नदियों की उम्मीदों पर फर्ज होती चली आई है यह और बात है कि उम्मते मोहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम की उसे मुकम्मल एक माह के रोजो का मौका मयस्सर हुआ वो भी हर जमाने में खवहा गर्मी हो या सर्दी या बरसातीय उम्मते मोहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम की खूबसूरत है उन्हें हर जमाने में रोजा रखकर फायदा उठाने का हुकुम दिया गया है डॉक्टर रईस अहमद अंसारी कहा कि इस माह की इबादत का सवाब कई गुना ज्यादा हो जाता है नफील नमाज़ का सवाब फर्ज के बराबर और फर्ज का सवाब 70 गुना ज्यादा होता है इसी महा में एक रात है जो हजार महीने की रातों की इबादतों से अफजल है इसी रात अल्लाह ताला का मुकदम कलाम कुरान पाक नाजिम हुआ जो सारी कायनात के लिए मिसआले रहा और राहें हिदायत की रोशनी हे इसी माह में खास नमाज़ बीस रकात तरवीह भी पढ़ी जाती हैं इसलिए मुस्लिम समाज के लोगो को चाहिए कि कसरत से इबादत करे.