*तबरेज नियाज़ी बहुयामी सामाचार ब्यूरो हेड जौनपुर।जौनपुर । एक माह में लगातार बढ़ रही पत्रकार उत्पीड़न की घटना और प्रशासन द्वारा किये जा रहे उपेक्षात्मक रवैये से आक्रोशित पत्रकारों ने आज जिलाधिकारी द्वारा बुलाई गई प्रेस वार्ता का बहिष्कार कर दिया। पत्रकारों के बहिष्कार के निर्णय से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। बहिष्कार के निर्णय की जानकारी पत्रकारों ने हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन जिलाधिकारी और जिला सूचना अधिकारी को दे दी है।जानकारी के मुताबिक आये दिन खबर की कवरेज के दौरान पत्रकारों पर SC/ST का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है । जिसकी जानकारी पत्रकारों द्वारा जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा को दिए जाने के बावजूद कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई । विगत दिनों केराकत के पेसारा गांव में गोशाला में मर रहीं गायों की सच्चाई दिखाने पर प्रशासन की शह पर ग्राम प्रधान द्वारा SC/ST का मुकदमा दर्ज करा दिया गया । इस मामले का स्वयं संज्ञान लेते हुए प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने डी एम , एस पी समेत प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी , प्रमुख सचिव गृह और डी जी पी को पत्र भेजकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा पत्रकारों के साथ लगातार उपेक्षात्मक रवैया अपनाते हुए उनके हितों की अनदेखी की जा रही है। एक माह पूर्व चार्ज लेने के बाद डी एम द्वारा पत्रकारों के साथ परिचयात्मक बैठक तक नहीं बुलाई गई । स्थानीय निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के 2 दिन बाद पहली बार आज 11 अप्रैल को जिलाधिकारी द्वारा प्रेस वार्ता बुलाई गई थी। सभी पत्रकारों ने आज आकस्मिक बैठक कर जिलाधिकारी की प्रेस वार्ता का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। बैठक में वरिष्ठ पत्रकार अनिल पांडेय, शशिराज सिन्हा, राकेश कांत पांडेय, राजेश श्रीवास्तव, राजकुमार सिंह, मंगला तिवारी, वीरेंद्र गुप्ता, विद्याधर राय विद्यार्थी, दीपक मिश्रा, जय प्रकाश मिश्र, अजीत सिंह, सुधाकर शुक्ला, यशवंत गुप्ता, सुशील तिवारी, राजन मिश्र, सुशील स्वामी, विश्व प्रकाश श्रीवास्तव, रियाजुल हक, अजीत बादल, राज सैनी, संजय चौरसिया, अनूप गौड़, संतोष राय, जुबेर अहमद, असलम , शब्बीर हैदर, सैय्यद अरशद, बरसाती बिंद, विनोद विश्वकर्मा, वत्सल गुप्ता, शिवेंद्र सिंह, सुनील सिंह, भोले विश्वकर्मा, नीतीश कुमार, समेत काफी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।
तबरेज नियाज़ी बहुयामी सामाचार ब्यूरो हेड जौनपुर🖋️