काशी विद्यापीठ में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन।
रोहित सेठ
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी एवं इंडियन एकेडमी ऑफ़ हेल्थ साइकोलॉजी के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 22-24 नवंबर 2024 को ‘समग्र स्वास्थ्य में अंतर विषयक अंतर्दृष्टि’ विषय पर आयोजित 9वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने की। प्रो. त्यागी ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समग्र स्वास्थ्य महत्त्व पर बल देते हुए बताया कि हमारी नई पीढ़ी के भविष्य को संवारना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है और एक मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ बालक ही स्वस्थ राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दे सकता है। मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति एवं माननीय राज्यपाल उत्तर प्रदेश के ओ. एस. डी. डॉ. पंकज एल. जानी ने बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए बहुत सारे मनोवैज्ञानिक कारक प्रभावी होते हैं। हम सभी अपने आपके वास्तुकार हैं। हम अपने आपसे जुड़ें, बात करें, प्रकृति के क़रीब जाएँ, और अपनी दिशा और दशा खुद तय करें। इंडियन अकादमी ऑफ हेल्थ साइकोलॉजी के अध्यक्ष प्रो. आनंद कुमार ने अपने उद्बोधन में बताया कि जिन उद्देश्यों को लेकर इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन की परिकल्पना की गई थी हमने उसमें शत-प्रतिशत सफलता पाई। विश्व व भारत के कोने-कोने से आये विभिन्न स्वास्थ्य के क्षेत्रों में कार्य कर रहे विद्वानों ने अपने शोध कार्यों के परिणामों को साझा किया जिससे हम सभी की समग्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में अन्तर्विषयी संभावनाओं के बारे में समझ बढ़ी। सम्मेलन की संयोजिका प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल ने सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया और पिछले तीन दिवसों में आयोजित कार्यक्रमों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. लीना क्रिस्टिना टूल्स ने अपने अनुभव साझा किए। मंच पर सम्मेलन निदेशक प्रो. संजय, आयोजन सचिव प्रो. अशोक राय की उपस्थिति रही। डॉ. अनुराधा कुशवाहा को बेस्ट पेपर अवॉर्ड एवं अंशिका चौधरी को जी. पी. ठाकुर यंग साइन्टिस्ट अवार्ड दिया गया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अशोक राय ने किया।