महराजगंज। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी परिषदीय विघालयों में 23/8/2023 को चन्द्रयान 3 लैंडिंग का लाइव प्रसारण दिखाने का आदेश जारी किया गया था।परंतु जनपद महराजगंज के 75-80% विद्यालयों में लैंडिंग का लाइवप्रसारण नही दिखाया गया।जिसमें पनियरा क्षेत्र के लगभग 13 परिषदीय विद्यालयों में क्षेत्र के भाजपा नेता आलोक बिहारी मौर्य द्वारा एवं उनके साथियों द्वारा 23 अगस्त को शाम 5 बजे से क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों का दौरा कर निरीक्षण किया गया ,जिसमें 13 विद्यालयों में गेट बंद एवं ताले लटकते मिले।जिसका वीडियो व फ़ोटो भी शूट किया गया।जिसकी खबर multidimensional news के यूटयूब चैनल पर चलाई गई थी।

चलाई गयी खबर

और इसकी सूचना आलोक बिहारी मौर्य द्वारा 23 अगस्त की रात्रि 9-10 के मध्य फोन कॉल /व्हाट्सएप के माध्यम से पनियरा खंड शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार एवं जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी दी गयी थी,जिसमें आलोक बिहारी के इस तरह के कार्य की सराहना भी शिक्षा अधिकारी द्वारा की गईं एवं सम्बंधित विद्यालयों के अध्यापकों/प्रधानाध्यापकों पर उचित कार्यवाही करने का भी आश्वासन दिया गया।

खण्ड शिक्षा अधिकारी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

मामले की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए 24 अगस्त को पनियरा खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा क्षेत्र के 13 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया।जिसमें सम्बंधित विद्यालयों से 2 दिन के अंदर साक्ष्य सहित जवाब कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा गया।एवं नोटिस का जवाब न देने पर विभाग द्वारा उचित कार्यवाही की भी बात नोटिस के माध्यम से कही गयी थी।

विद्यालयों ने कारण बताओ नोटिस में कही ये बातें

कारण बताओ नोटिस में स्पष्टीकरण देते हुए 13 विद्यालयों ने बिजली व्यवस्था बाधित एवं मोबाइल में नेटवर्क न होने की बात कही एवं लैंडिंग का रिकार्डेड वीडियो बच्चों को 24 अगस्त 2023 को दिखाया गया और फ़ोटो वीडियो साक्ष्य के रूप में संलग्न है।जिसकी जानकारी पनियरा खण्ड शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार द्वारा 04 सितम्बर को शिकायत संदर्भ में जारी आख्या में दर्शाया गया।

प्रस्तुत आख्या पर उठ रहे सवाल

चन्द्रयान3 के लैंडिंग का लाइव प्रसारण न दिखाने पर 13 विद्यालयों द्वारा दिये गए कारण बताओ नोटिस के जवाब के अनुसार बहुत सवाल खड़े हो रहे हैं-

  1. लैंडिंग समय के दौरान क्षेत्र में बिजली व्यवस्था बहाल थी। तो फिर स्पष्टीकरण में बाधित क्यों दिखाया गया?
  2. वर्ष के 365 दिन उसी विद्यालय में हर रोज मोबाइल में नेटवर्क रहता है और चंद्रयान-3 के लैंडिंग के दिन अर्थात 23 अगस्त को उस विद्यालय में ना बिजली रहता है और न ही मोबाइल में नेटवर्क ?

3.सरकारी आदेशानुसार जब लैंडिंग 23 को दिखानी थी तो 24 या अन्य दिन क्यों?

4.अन्य दिन दिखाने के लिए बिजली और नेटवर्क दोनों काम करने लगते हैं?

5.इन सबके बावजूद 5:15pm से लेकर 6:15pm तक विद्यालयों में ताले क्यों लटक रहे थे?

  1. 23 अगस्त को शाम 6:15 Pm तक अधयापकों की उपस्थिति अनिवार्य थी,तो फिर विद्यालय में ताला लगाकर शिक्षक कहाँ थे?

देखा जाए तो इस तरह के बहुत सारे अन्य प्रश्न भी उठ रहे हैं।

कार्यवाही न होता देख आलोक बिहारी मौर्य ने जनसुनवाई पोर्टल पर की शिकायत

मामले में उदासीनता दिखने पर आलोक बिहारी मौर्य ने 29 अगस्त को मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर मामले की शिकायत दर्ज कराई।इसी आख्या 4 सितम्बर 2023 को खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा दी गयी।जिसमें खण्ड शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार द्वारा मामले के साक्ष्य के तौर पर फ़ोटो ,वीडियो न भेजे जाने का झूठा रिपोर्ट लगाकर IGRS अधिकारी महराजगंज को निस्तारण हेतु भेजा गया।

रिश्वत लेकर मामले का निस्तारण का आरोप

आलोक बिहारी मौर्य ने पनियरा खण्ड शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार पर शिक्षकों से मोटी रकम की रिश्वत लेकर मामले की निस्तारण करने का आरोप लगाया है और रिपोर्ट में शिकायतकर्ता आलोक बिहारी मौर्य द्वारा मामले से सम्बंधित किसी प्रकार का कोई फोटोज और वीडियोज नही भेजा गया है ,की रिपोर्ट लगाकर खण्ड शिक्षा अधिकारी पनियरा सुधीर कुमार ने आई जी आर एस अधिकारी महराजगंज को निस्तारण हेतु भेज दिया ।

आलोक बिहारी मौर्य ने मामले की पुनः जांच कराने की की अपील

भाजपा नेता आलोक बिहारी मौर्य ने कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी पनियरा सुधीर कुमार द्वारा अपने को बचाने हेतु झूठी रिपोर्ट लगाकर मामले के निस्तारण हेतू IGRS अधिकारी महराजगंज को भेज दिया है।जिससे वे संतुष्ट नही हैं।आलोक ने कहा उनके पास अभी भी मामले का फोटो और वीडियोज और खबर का लिंक सुरक्षित रखा गया है।साथ ही खण्ड शिक्षा अधिकारी पनियरा सुधीर कुमार एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से हुई फोन पर बातचीत का ऑडियो क्लिप एवं व्हाट्सएप चैट सुरक्षित रखा गया है।जिसमे सभी बातें स्पष्ट हैं जिसके आधार पर खण्ड शिक्षा अधिकारी और BSA की मामले में संलिप्तता पाए जाने का संदेह है। आलोक बिहारी ने ये भी कहा कि मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत करने पर उन्होंने इसे खण्ड शिक्षा अधिकारी के पास करने को बोला,और खण्ड शिक्षा अधिकारी ,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को बोल रहे हैं। मामले को आपस मे टालते हुए मामले को दबाना चाहते हैं।जिससे दोनों अधिकारियो की इस प्रकार के भ्र्ष्टाचार में संलिप्तता संदिग्ध पाई जा रही है।
आलोक बिहारी मौर्य ने कहा कि यदि मामले का सही रूप से निस्तारण जिले स्तर के अधिकारियों से नही होगा तो वह प्रदेश स्तर के अधिकारियों और मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे।और मामले में लिप्त खण्ड शिक्षा अधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महराजगंज की भी इस भ्र्ष्टाचार में संलिप्तता की शिकायत करेंगे।
अब देखते हैं खण्ड शिक्षा अधिकारी पनियरा सुधीर कुमार और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महराजगंज इस मामले को कब तक और कितने पारदर्शी और न्यायोचित तरीके से मामले का निस्तारण करते है?

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