* नहटौर । शुक्रवार की दोपहर को नगर पालिका परिषद की पूर्व चेयरपर्सन के पुत्र इजहार अहमद उर्फ़ राजा अंसारी ने धामपुर रोड स्थित अपने आवास पर एक प्रेस वार्ता आयोजित की । जिसमे उन्होंने बताया कि साकेत दक्षिणी दिल्ली के एसडीएम ने नहटौर नगर पालिका परिषद की चेयरपर्सन अनस इकरार का ओबीसी जाति प्रमाण पत्र तथ्यों के आधार पर फर्जी पाए जाने पर निरस्त किए जाने की कार्रवाई की है जो इंसाफ की जीत है। उन्होंने बताया कि नगर पालिका परिषद चुनाव में ओबीसी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नगर पालिका परिषद नहटौर से पूर्व चेयरमैन मरहूम रशीद अहमद उर्फ छिद्दू की पुत्र वधू अनस इकरार पत्नी मौहम्मद जैद रशीद ने चुनाव लड़कर अपनी शानदार जीत दर्ज कराई थी। चेयरपर्सन अनस इकरार ने अपने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी महावीर सिंह सैनी व आजाद प्रत्याशी इजहार अहमद उर्फ राजा अंसारी को हराया था। जबकि इससे पूर्व राजा अंसारी की माता फ़िरोज़ा खातून चेयरपर्सन थी। अनस इक़रार के चुनाव जीतने के बाद महावीर सिंह सैनी व इजहार अहमद उर्फ राजा अंसारी ने नवनिर्वाचित चेयरपर्सन अनस इकरार के ओबीसी जाति प्रमाण पत्र को गलत बताते हुए मामले की शिकायत की थी । जिस पर एसडीएम साकेत दक्षिणी दिल्ली ने तथ्यों के आधार पर चेयरपर्सन अनस इकरार का ओबीसी जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने की कार्रवाई की है । चेयरपर्सन के जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने की सूचना गुरुवार की शाम से ही सोशल मीडिया पर आने पर शिकायतकर्ताओं में खुशियां मनाई जाने लगी।इस संबंध में नहटौर नगर पालिका परिषद की चेयरपर्सन अनस इकरार, मौहम्मद जैद रशीद व मौहम्मद आमिर ने संयुक्त रूप से बताया कि ओबीसी जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया गया है जो की सुप्रीम कोर्ट की नियमावली के विरुद्ध है । एक पक्षीय कार्रवाई पूरी तरह से अनुचित एवं निराधार है। उन्होंने कहा कि इस आदेश के विरुद्ध हम अपने अधिवक्ताओं से बात कर जल्दी ही न्यायालय की शरण मे जाएंगे । उन्होंने नगर की जनता से अपील की है कि निराशा एवं भ्रमित होने की कोई आवश्यकता नहीं है निकाय के कार्य प्रभावित नहीं होने दिए जायँगे तथा जल्द ही सच्चाई सबके सामने होगी । तथा नगर की जनता ने जो भरोसा करके हमे जिताया है और हमसे आशाएं की है हम उन पर खरा उतरेंगे ।