स्योहारा।युवा समाजसेवी डा.दानिश कमल के आवास पर एक नशीश का आयोजन किया गया जिसे शायरों द्वारा बहतरीन कलाम पेश किया गया।
रिपोर्ट नसीम अहमद
शनिवार को मोहल्ला मिलकियान स्थित डा.दानिश कमाल के आवास पर बज्मे अदब जदीद की ओर से मिनी मुशायरे व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें शायरों द्वारा बेहतरीन कलाम पेश किया गया। मुशायरा के शुभारंभ में नाते पाक मुफ्ती कफील अकील ने पढ़ी। मुशायरा के आगाज़ नौजवान शायर दानिश जैदी ने अपने जीवन के पहले ही प्रोग्राम में कुछ इस तरह कहा तू क्यूं इश्क में उसके मजनू बना है, क्या लगता नही तुझको डर पत्थरों से। युवा पत्रकार एवम हास्य के कवि ने पुलिस की भ्रष्ट व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमारे शहर में एक सेठ जी के घर हो गई चोरी, ना कट्टा बचा ना बचा बोरी, पुलिस में जाकर रिपोर्ट लिखाई और सारी घटना सच सच बताई तभी एक पत्रकार वहा आया और उसने जवाब में ये पाया की मामला संज्ञान में नहीं है। शायर निसार मंजर ने कहा कि यादों की भीड़ अश्क ए रवा लेकर आई है, ये रात फिर से दर्द ए निहां लेकर आई है। अतीक माहिर साहब ने कहा कि सिवाए इसके ना कुछ और काम करना है उन्ही के लहजे में उनसे कलाम करना है। नातिया कलाम के बादशाह सिराज पैकर पानीपति ने इस शेर पर खूब वाहवाही लूटी मुहब्बतों के जो उम्दा खयाल रखते हैं हम अपने साथ वो दानिश कमाल रखते हैं। शायरों द्वारा देशभक्ति पर पढ़े गए गीत और नजमों को श्रोताओं द्वारा बहुत पसंद किया गया। इस मौके पर डा.वीरेंद्र पुष्पक, अश्वनी बिश्नोई, जफर अंसारी, यूनुस नावेद, गोहर हिलाल, इकबाल राहत, निसार मंजर, मुर्तजा आजाद, मो.अली मौज सहित सभी शायरों ने अपना कलाम पेश किया। इस मौके पर शाहिद राशिद सिद्दीकी, महबूब जैदी, इनाम अहमद, अज्जू चौधरी, नफीस अहमद, इकबाल कुरैशी, पीयूष रस्तौगी, उबैदुर्रहमान, मो.अली, इस्माईल, रहमान जफर, सुहैल जफर, हाजी मतलूब, शानू शेख आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल आयोजन करने में शाहिद राशिद सिद्दीकी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।