रिपोर्ट:रोहित सेठ

वाराणसी: भारत, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका में एक मजबूत उपस्थिति दर्ज करने वाली एक प्रमुख डायग्नोस्टिक्स स्वास्थ्य सेवा श्रृंखला न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने वाराणसी में अपने अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड डायग्नोस्टिक सेंटर की शुरुआत की है। इस विशिष्ट सुविधा केंद्र का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्रा “दयालु” के करकमलों से वाराणसी छावनी के माननीय विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव के विशिष्ट आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार; बीएचयू के पूर्व रेक्टर प्रोफेसर वी.के.शुक्ला; इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, वाराणसी के अध्यक्ष डॉ. राहुल चंद्रा; वाराणसी के अग्रणी गैस्ट्रोलोजिस्ट डॉ हेमंत कुमार गुप्ता; न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. जी.एस.के. वेलु; न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप शाह; और न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स की निदेशक डॉ. भाविनी शाह की गरिमामयी उपस्थिति रही.

वाराणसी में यह अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं के एक नए युग की शुरुआत करता है। न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स नियमित परीक्षणों से लेकर सुपर-स्पेशियलिटी डायग्नोस्टिक्स तक सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसके अतिरिक्त, यह केंद्र स्वास्थ्य जांच तथा स्वास्थ्य कल्याण पैकेज भी प्रदान करेगा, जो समग्र रोगी देखभाल के प्रति हमारे समर्पण को और अधिक मजबूत करेगा।
डॉ. जी.एस.के. वेलु, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा “माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के निर्वाचन क्षेत्र में स्थित, वाराणसी डायग्नोस्टिक सेंटर भारत में स्वास्थ्य देखभाल मानकों को बढ़ाने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गुणवत्ता, सटीकता और दक्षता पर ध्यान देने के साथ, यह केंद्र वाराणसी में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है। जैसा कि हमने अन्य क्षेत्रों में किया है, हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि रोगियों को अद्वितीय स्वास्थ्य सुविधा के साथ व्यापक और सटीक निदान सेवा भी प्राप्त हो।
हम अयोध्या, प्रयागराज और गोरखपुर जैसे शहरों को कवर करते हुए पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में लगभग 8 करोड़ लोगों की सेवा करने के लिए रणनीतिक रूप से तैनात हैं, जहां सैटेलाइट प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, हम वाराणसी के आसपास के 22 जिलों जैसे आजमगढ़, मिर्जापुर, जौनपुर, सोनभद्र आदि में अपनी उपस्थिति का विस्तार करेंगे और वहां लगभग 150 संग्रह केंद्र स्थापित करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारी सेवाएं सभी के लिए आसानी से सुलभ हों।”
डॉ. संदीप शाह, संयुक्त प्रबंध निदेशक, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने कहा कि इस उद्घाटन के साथ, हम केवल एक डायग्नोस्टिक सेंटर नहीं खोल रहे हैं; हम वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए उत्कृष्टता और समर्पण का हाथ बढ़ा रहे हैं। स्वास्थ्य देखभाल नवाचार और बेहतर सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता इस डायग्नोस्टिक सेंटर की आधारशिला है, जहां हम सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी और चिकित्सा विशेषज्ञता को एक साथ लाते हैं। हमारा लक्ष्य वाराणसी में स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाना है, जिससे उन्नत निदान सभी के लिए आसानी से पहुंच योग्य हो सके।
वाराणसी की लैब निदेशक डॉ. हिमानी रस्तोगी, ने कहा कि यह एक हाई टेक लैब है जिसे सभी विभागों में हाई टेक ऑटोमेटिक मशीनों और प्रशिक्षित कर्मियों से सुसज्जित किया गया है। हम न केवल इस प्रयोगशाला, बल्कि कई जिलों में प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क बनाने के लिए मिलकर काम करने की आकांक्षा रखते हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवा में नवीनतम तकनीक और कौशल आपके दरवाजे तक पहुंच सकें। नियमित परीक्षणों के अलावा, सभी मोलेक्युलर और जीनोमिक्स परीक्षणों सहित नेक्स्ट जेनेरेशन की सभी तकनीकों के माध्यम से परीक्षण इस केंद्र में किया जाएगा।”
आदित्य विक्रम शाह, निदेशक, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स – वाराणसी ने कहा कि यह वाराणसी के सांस्कृतिक स्वरुप को विश्व स्तरीय निदान जोड़ने का वादा है। इस प्राचीन शहर में, जहां परंपराएं आधुनिकता से मिलती हैं, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स अत्याधुनिक चिकित्सा विशेषज्ञता के एक प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है। हमारी दृष्टि एक ऐसा डायग्नोस्टिक्स नेटवर्क बनाने की है जो न केवल रोगों का निदान करता है बल्कि निवारक स्वास्थ्य सेवा की संस्कृति को भी बढ़ावा देता है। हमारा लक्ष्य एक प्रयोगशाला से अधिक होना है; हम ऐसे स्वास्थ्य कल्याण में भागीदार बनने की अपेक्षा रखते हैं, जो ज्ञान और समय पर हस्तक्षेप के साथ समुदायों को सशक्त बनाते हैं।
इस अवसर पर प्रख्यात गैस्ट्रोएंट्रोलाजिस्ट डॉ हेमंत गुप्ता ने कहा कि इस हाई टेक लैब के खुलने से जांच की गुणवत्ता में बढ़ावा मिलेगा. यह लैब काशी को ‘स्वस्थ्य काशी‘ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. जाँच की गुणवत्ता पर ही मरीज का इलाज संभव होता है. मुझे पूरा विश्वास है कि यह उत्कृष्ट लैब पूर्वांचल के मेडिकल साइंस को नई दिशा देगा.
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत एवं सञ्चालन न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के एडवाइजर डॉ मनोज कुमार शाह ने किया. इस अवसर पर पद्म श्री डॉ केके त्रिपाठी, पद्म श्री डॉ मनोरंजन साहू, प्रो. रामचंद्र पाण्डेय, प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय आदि ने शुभकामनायें दीं.

न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के बारे में
भारत के अलावा अन्य विकासशील देशों में नवीनतम तकनीक और प्रोद्योगिकी को लाने के लिए, भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका की सर्वश्रेष्ठ प्रयोगशालाएं न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के बैनर तले एकजुट हुई हैं। अपनी संयुक्त शक्तियों का उपयोग करते हुए, न्यूबर्ग ग्रुप 6000 से अधिक प्रकार की पैथोलॉजिकल जांच करने की क्षमता रखता है। साथ ही डेटा साइंस और एआई टूल्स द्वारा सहायता प्राप्त सबसे उन्नत प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके दुर्लभ बीमारियों के प्रारंभिक निदान व रोकथाम, केंद्रित कल्याण कार्यक्रम और संरचित रोग प्रबंधन कार्यक्रमों को बढ़ावा देता है।

आज, भारतीय मूल की न्युबर्ग डायग्नोस्टिक्स, विश्व स्तर की शीर्ष डायग्नोस्टिक्स कंपनियों की सूची में शामिल है और भारत में शीर्ष चार पैथोलॉजी लैबोरेटरीज श्रृंखलाओं में से एक है। न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के संस्थापक सदस्य- आनंद डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी (बैंगलोर), सुप्राटेक माइक्रोपैथ (अहमदाबाद), एर्लिच लेबोरेटरी (चेन्नई), ग्लोबल लैब्स (दक्षिण अफ्रीका) और मिनर्वा डायग्नोस्टिक्स (दुबई), 200 से अधिक वर्षों की अपनी संयुक्त विरासत और प्रक्रिया लाते हैं। यह ग्रुप सालाना 3 करोड़ से अधिक नैदानिकी परीक्षण करता है।

विश्व के सर्वश्रेष्ठ पैथोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट, जेनेटिकिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट और कई अन्य क्लिनिकल लैब प्रोफेशनल ज्ञान को साझा करते हुए काम कर रहे हैं। साथ ही समय पर सटीक निदान को अगले स्तर पर ले जाने के लिए, नवीन पद्धति के डायग्नोस्टिक तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं।

वर्तमान में न्युबर्ग समूह, 4 देशों में 200 से अधिक प्रयोगशालाओं और 2000 से अधिक संग्रह केंद्रों के साथ, 250 से अधिक शहरा में कार्यरत है। यह एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय श्रृंखला है, जिनके पास तीन वैश्विक रेफरेंस लैबोरेटरीज हैं। वे हैं; बैंगलोर में डिजिटल पैथोलॉजी लैब, अहमदाबाद में जीनोमिक्स लैब और डरबन, दक्षिण अफ्रीका में वायरोलॉजी डायग्नोस्टिक्स एंड रिसर्च लैब। कंपनी के द्वारा संचालित सेवाओं में हॉस्पिटल लैबोरेटरीज मैनेजमेंट सर्विसेस (HLMS) प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप्स, कॉर्पोरेट वेलनेस, होम हेल्थ सर्विसेस इत्यादि है।

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