रोहित सेठ
वाराणसी। राष्ट्रीय सेवा योजना, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ द्वारा मंगलवार को कबीर मठ प्राक्टय स्थल, गायत्री शक्तिपीठ एवं लमही में सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। गायत्री शक्तिपीठ, नगवा के शिविर का उद्घाटन करते हुए शक्तिपीठ के प्रबंधक रमाकांत त्रिपाठी ने कहा कि गायत्री परिवार के मूल्यों में राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य समाहित है जो की अनुशासन एवं समाज में दूसरों को सर्वप्रथम अवसर देना है।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने स्वयंसेवकों को अनुशासन के साथ अपने रुचि को निरंतर अभ्यास से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है कि बात कही। प्रो.पारिजात सौरभ ने समाज में औपचारिक शिक्षा से छूटे या विरत मलिन बस्ती के बच्चों को प्रेरित कर मुख्य धारा में जोड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हंसराज ने अपने संबोधन में कहा कि अपने आसपास ऐसे बच्चों को जो शिक्षा से वंचित हैं। उनको प्रेरित करके विद्यालय भेजने का प्रयास करें। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धनंजय कुमार शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ध्यानेंद्र कुमार मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम समन्वयक, एनएसएस डाॅ. रविंद्र कुमार गौतम ने बताया कि कबीर मठ प्राक्टय स्थल, लहरतारा के शिविर में सर्वप्रथम सेविकाओं ने साफ-सफाई की। इसके बाद लक्ष्य गीत एवं प्रार्थना के साथ शिविर का प्रारंभ किया गया। शिविर के संचालन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया। शिविर का संचालन डॉ. अनीता, डॉ. भारती कुरील, डॉ. अंजना वर्मा, डॉ. सुनीता, डॉ. वीणा वादिनी एवं डॉ. सविता के निर्देशन में किया गया। शिविर में 300 स्वयं सेविकाओं ने प्रतिभाग किया गया।
वहीं लमही में छात्रों के शिविर में कार्यक्रम अधिकारियो द्वारा स्वयंसेवको से शिविर स्थल, मंदिर एवम पोखरे की साफ सफाई का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बालरूप यादव एवं डॉ. शैलेश कुमार द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अंबुज कुमार मिश्रा एवं डॉ. शशि प्रकाश द्वारा किया गया।