महराजगंज। फरेंदा कोतवाली के अंतर्गत छेदी पुत्र स्वर्गीय बाले ग्राम सभा सेखुई के निवासी हैं
जो गणेशपुर वृद्ध आश्रम में काम कर रहे थे। 2020 से ही लगातार यह वृद्ध आश्रम में अपना सेवा योगदान देते रहें हालांकि चौथा साल चल रहा है वृद्ध आश्रम में इन्हें₹6000 महीने पर रखा गया था लेकिन विगत कुछ महीना पहले इन्हें वहां से निकाल दिया गया और इन्हें 4 साल में केवल 17000 रुपए मिला है बाकी पैसा को गमन कर दिया गया इन्होंने जब अपना पैसा मांगा तो वृद्ध आश्रम के संस्थापक द्वारा इन्हें निकालने की बात कही गई कि मैं अपने यहां से आपको निकाल देता हूं लेकिन इन्होंने केवल अपना पैसा पूरा हिसाब करने को कहा तो इन्होंने अपने वहां से बर्खास्त करने का बात करने लगा और निकाल दिया इसके बाद उन्होंने कहा कि आप हमारे वहां काम नहीं करते थे आपको मैं केवल बाहर रखा था प्रचार के लिए और आप प्रचार करते थे जो भी था पैसा मैं वह दे देता था मैं आपको कोई फिक्स धनराशि पर नहीं रखा हूं लेकिन वहीं पर छेदी ने प्रशासन से गुहार लगाई की मुझे ₹6000 महीने पर रखा गया था और रजिस्टर में हमेशा हमारा हाजिरी बनता था लेकिन कुछ विगत पहले मेरे द्वारा पैसा मांगने पर यह रजिस्टर ही गण कर दिए और बोले कि रजिस्टर में कोई हाजिरी नहीं है मैं तुम्हें वैसे रखा था केवल प्रचार के लिए पैसा कोई फिक्स नहीं था केवल खर्चा बस देते थे वह भी प्रचार के निष्पत से और मामला काफी ऐसा हो गया की दर-दर भटकने पर हुआ मजदूर गरीब मजदूर अपनी हक की लड़ाई के लिए शासन प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार कि उन्हें न्याय करके पैसा दिलवाया जाए अब आगे तक वीडियो में देखें क्या कह रहा है मजदूर क्या इस पर शासन प्रशासन की कार्यवाही होती है मजदूर को न्याय मिलता है या नहीं तब तक के लिए बने रहे।