रिपोर्ट:रजनीश कुमार

औरैया -बाबरपुर कस्बे के मुहल्ला अशोक नगर निवासी विनय सक्सेना, वर्तमान में इटावा जनपद के एक परिषदीय विद्यालय में अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। नौकरी करने की वजह से इटावा में किराए पर कमरा लेकर वह पत्नी मंजू उर्फ माला सक्सेना के साथ रह रहे हैं। इकलौता पुत्र अर्जुन सक्सेना (16वर्ष) इंटरमीडिएट में था। और इसी के साथ ही वह बीते एक वर्ष से दिल्ली के लक्ष्मी नगर होम केयर पी जी में कमरा लेकर आई आई टी की तैयार कर रहा था। सोमवार को सी बी एस ई का रिजल्ट आया। तो वह दो विषयों में फेल था। रिजल्ट देख वह दिल्ली स्थित कमरे में अंदर से कुंडी लगाकर बंद हो गया। शाम को दोस्तों ने कमरा खटखटाया। न खुलने पर पुलिस को सूचना दी। दिल्ली पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर छत के कुंडे से उसे लटकता देखा। वहां के स्थानीय हॉस्पिटल में डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत होने की सूचना पाकर विनय, अन्य परिजन के साथ दिल्ली पहुंचे। जहां पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव सुपुर्द किया। अर्जुन का शव बाबरपुर आते ही परिजनों सहित कस्बे के लोगों में कोहराम मच गया। शव का अंतिम संस्कार आज सिकरोड़ी घाट पर किया गया।

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