रिपोर्ट:गुरदीप सिंह
फफूंद,औरैया। फफूंद थाना क्षेत्र के बड़ी माता मंदिर निकट 500 मीटर दूर बाबरपुर रोड़ पर हरे आम के पेड़ों का सरेआम कत्लेआम हो रहा है। इसके बावजूद फफूंद क्षेत्र में हरे आम के पेड़ों पर कुल्हाड़ा चलाकर जमीदोज किया जा रहा है। वन विभाग व पुलिस प्रशासन कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। जिसकी चलते हरे पेड़ों पर आरा व कुल्हाड़ा चल रहा है। वन विभाग व पुलिस को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यवाही का जरा भी खौफ नहीं है। . अजीतमल वन विभाग की शह पर हरी लकड़ी कटवाने के अक्सर आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं। ताजा मामला फफूंद थाना क्षेत्र के बड़ी माता मंदिर निकट 500 मीटर दूर बाबरपुर रोड़ पर का बताया जा रहा है। जहां हरी लकड़ी आम जैसे पेड़ो की कटान हो रही है। सरकार लगातार पर्यावरण को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास करती है। पौधारोपण कार्यक्रम, पर्यावरण बचाने को कई स्वयं सेवी संस्थाएं करती हैं।पौधारोपण व पौधों को बचाने के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
अजीतमल वन विभाग की उदासीनता के चलते हरे पेड़ों की कटान से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। इस आशय का वीडियो भी वायरल हो रहा है।फफूंद क्षेत्र में पेड़ों की कटान होना कोई नई बात नहीं है। ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है इसके बावजूद नीम व आम के पेड़ों पर खुलेआम आरा व कुल्हाड़ा चल रहा है। जिसका वन विभाग एवं पुलिस प्रशासन कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं। फफूंद क्षेत्र में पेड़ों की कटान से पर्यावरण संतुलन बिगड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है। बताया जाता है कि जिसको लेकर बुद्धिजीवियों में आक्रोश व्याप्त है। सूबे की योगी सरकार पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत है। संरक्षण एवं संतुलन को लेकर सुबह में करोड़ों की संख्या में पौधा रोपण किया जाता है। इसके साथ ही फफूंद में हरे पेड़ों का कटान बंद नहीं हो पा रहा है। विभागीय अधिकारी मूकदर्शक व तमाशाई बने हुए हैं।