लखीमपुर-खीरी,
नशा विरोधी पखवाड़ा के अंतर्गत प्राचार्य प्रो. हेमंत पाल के दिशा-निर्देशन में चीफ़ प्रॉक्टर प्रो. सुभाष ने छात्र-छात्राओं को मादक द्रव्यों व नशीली दवाओं से होने वाले दुरुप्रभावों व नुकसान
!!रिपोर्ट – परवेज आलम !!
26 जून युवराज दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखीमपुर में नशा विरोधी पखवाड़ा दिनांक 12 से 26 जून 2024 के अंर्तगत प्राचार्य प्रो. हेमंत पाल के दिशा-निर्देशन में चीफ़ प्रॉक्टर प्रो. सुभाष चन्द्रा ने छात्र- छात्र-छात्राओं को मादक द्रव्यों व नशीली दवाओं से होने वाले दुरुप्रभावों व नुकसान के बारे में जानकारी देकर जागरुक किया गया। प्रो० सुभाष चन्द्रा ने छात्र-छात्राओं से संवाद करते कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। नशा करने से शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचती है साथ ही नशा अपराध का भी कारण बनता है।नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार व समाज पर बोझ बन जाता है।नशे का व्यसनी व्यक्ति परिवार और समाज पर विनाशकारी प्रभाव डालता है।इसलिए यह आवश्यक है कि नशा मुक्त और अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होगे। युवा विद्यार्थी नशा विरोधी जन अभियान का हिस्सा एवं कार्यकर्ता बनकर अधिक से अधिक लोगों को मादक द्रव्यों के सेवन व नशा से होने वाले नुकसान की जानकारी देकर जागरूक करें। कार्यक्रम के अंत में प्रो० सुभाष चन्द्रा ने छात्र-छात्राओं को नशा मुक्त भारत, स्वस्थ भारत के निर्माण में अपनी क्षमता के अनुसार हर सम्भव प्रयास करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर प्रो० नीलम त्रिवेदी, प्रो० एस० के पाण्डेय, प्रो० विशाल दिवेदो तथा कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।