पौधों का उठान तत्काल किया जाए ताकि 20 जुलाई को वृक्षारोपण हो सके संपन्न।
गढ्ढा खुदाई तथा वृक्षारोपण की जियोंटैगिग अनिवार्य रूप से कराये सुनिश्चित।
पौधारोपण के उपरांत उसकी सुरक्षा के लिए करें आवश्यक व्यवस्थाएं जिससे पौधे बने वृक्ष।_
_पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्ष आवश्यक।
*जिलाधिकारी*
औरैया- जिलाधिकारी डा0 इंद्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में ज़िला वृक्षारोपण समिति, ज़िला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक में सभी विभागों को वृक्षारोपण का लक्ष्य पूरा करने हेतु निर्देशित किया तथा वृक्षों को जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक बताते हुए प्रकृति के बारे में चर्चा की गई। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने विभाग के वृक्षारोपण के लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए पौधों का उठान समय से कर लें जिससे समय पर पौधे पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें और उन्हें समय से रोपित किया जा सके। उन्होंने सभी संबंधितों को यह भी निर्देश दिए कि पौध रोपण के साथ-साथ उनका बचाव भी सुनिश्चित किया जाए जिससे वृक्षारोपण की उपयोगिता सुनिश्चित हो और पर्यावरण संतुलन ठीक हो सके। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण का अर्थ यह नहीं है कि केवल पौधारोपण कर दिया जाए बल्कि रोपित पौधों को अधिक से अधिक बचाकर उन्हें वृक्ष बनाया जाए जिससे उनका वास्तविक महत्व और उद्देश्य पूर्ति भी सुनिश्चित हो। उन्होंने यमुना को स्वच्छ रखने हेतु जिला गंगा समिति द्वारा किए गए कार्यों के बारे मे विस्तृत चर्चा की गई। इसके साथ ही राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा डिस्ट्रिक्ट गंगा प्लान तैयार करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राम सुमेर गौतम, वनाधिकारी राकेश सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी , अर्थ एवं संख्या अधिकारी, सहित संबंधित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।